Table of Contents Get Quick Relief From Acidity Gas
दोस्तो, आजकल हर 10 लोगों में से आठ लोग ऐसे हैं जो ऐसिडिटी और पेट से संबंधित अन्य कई तरह की समस्याएं फेस कर रहे हैं। पेट या सीने में जलन होना, खट्टी डकारें आना। पेट में भारीपन लगना। खाना ठीक से न पचना। कब्ज और गैस की समस्या। अफारा, पेट का फूलना और पेट में दर्द या सूजन। इस तरह के लक्षण एसिडिटी होने पर अक्सर देखे जाते हैं। एसिडिटी के कारण कभी कभी हमारे फूड पाइप में भी जलन होती है जिसे हार्ट बर्न भी कहा जाता है और इससे पेट में मौजूद एसिड की मात्रा बढ़ने पर एसिड कभी कभी मुंह के रास्ते तक भी आ जाता है। कई बार मसालेदार खाना खा लेने से या फिर खाने के रूटीन में कुछ गड़बड़ी आ जाने के कारण एसिडिटी की प्रॉब्लम हो जाती है जो कि सामान्य समझा जाता है। लेकिन अगर ये प्रॉब्लम बार बार या फिर रोज होने लग जाए तो यह एक गंभीर बीमारी भी बन सकती है। इसलिए ऐसा होने पर शुरुआत में ही इसके लिए सतर्क होना बहुत आवश्यक है। ज्यादातर लोग एसिडिटी को बहुत कॉमन समझकर इग्नोर भी कर देते हैं। परंतु यह पेट और पाचन से रिलेटेड रोग है और पाचन ही हमारे शरीर का मेन फंक्शन होता है जिसका स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है।
अगर पेट और पाचन सही नहीं रहता तो हंड्रेड परसेंट चांस होते हैं शरीर में किसी न किसी तरह की बीमारी आने के। एसिडिटी की समस्या अगर बहुत ज्यादा बढ़ जाए तो पेट और छोटी आंत में अल्सर होने के साथ साथ कैंसर तक का खतरा हो सकता है। इसलिए सही समय पर इसका इलाज करना बहुत जरुरी है। ज्यादातर यह देखा गया है कि डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली दवाइयों से एसिडिटी थोड़े समय के लिए ठीक तो हो जाती है पर हमेशा के लिए खत्म नहीं हो पाती और अक्सर ज्यादा दवाइयों का इस्तमाल करने से या खाली पेट ली जाने वाली दवाइयों से एसिडिटी की प्रॉब्लम और ज्यादा गंभीर होती जाती है। इसलिए दोस्तो आज मैं लेकर आया हूँ कुछ बहुत ही असरदार और कारगर घरेलू नुस्खे जिनकी मदद से आप एसिडिटी की प्रॉब्लम को हमेशा के लिए जड़ से खत्म कर पाएंगे और साथ ही कुछ बहुत ही आवश्यक सावधानियां जिनका अगर आप ध्यान रखते हैं तो आप को यह प्रॉब्लम होगी ही नहीं।
ठंडा दूध और देसी घी
तो दोस्तो सबसे पहले बात करते हैं उन नुस्खों की जिनकी मदद से एसिडिटी की प्रॉब्लम में तुरंत राहत मिलती है। इसके लिए हमें जरूरत होगी ठंडा दूध और देसी घी की। एक गिलास पानी में लगभग 20 एमएल ठंडे दूध को मिला कर उसमें एक चम्मच देसी घी मिलाएं। फिर इन दोनों चीजों को आपस में अच्छी तरह मिला कर इसका सेवन करें। जब भी एसिडिटी की प्रॉब्लम हो तो इसे पीने से तुरंत राहत मिलती है। ठंडे दूध और घी को मिला कर इसका सेवन करने से पेट में मोजूद एसिडिटी शांत होती है और साथ ही जलन और पेट दर्द जैसी समस्याओं पर भी इसका तेजी से असर होता है। जिन लोगों को भी पेट में अक्सर एसिडिटी या जलन रहती है वो हर बार खाना खाने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं और अगर आप चाहें तो बिना घी के भी सिर्फ ठंडे दूध का भी सेवन किया जा सकता है।
हल्दी, काला नमक, जीरा और निम्बू
इसके अलावा एक और नुस्खा है जो एसिडिटी होने पर तुरंत राहत प्रदान करता है। इसके लिए हमें जरूरत होगी हल्दी, काला नमक, जीरा और निम्बू की। सबसे पहले जीरे को भून कर उसका पाउडर बना लें। फिर आधा टीस्पून जीरा पाउडर में आधा टीस्पून हल्दी को मिला कर आधा टीस्पून काला नमक मिलाएं। फिर इस मिश्रण में हमें एक से डेढ़ चम्मच गरम निम्बू का रस मिलाना है। निम्बू के रस को गरम करने के लिए एक निम्बू को बीच में से काट लें। फिर आधे कटे हुए निम्बू को केवल एक तरफ से गैस के ऊपर पूरी आँच पर 30 से 40 सेकंड तक सेंके। इसको सेकने के लिए हमें इसे चिमटे की सहायता से आर्च के ऊपर से पकड़ कर रखना है। ऐसा करने से ये थोड़ा थोड़ा जल जाएगा। मगर ध्यान रहे कि इसे बहुत ज्यादा ना जलाएं वरना इसका असर उल्टा भी हो सकता है। निम्बू पूरी तरह गरम हो जाने के बाद तुरंत इसका रस निकाल लें और बाकी सारी चीजों के साथ मिला कर इसका सेवन करे। दोस्तों यह नुस्खा मैंने खुद आजमाया है और आप विश्वास माने इसको लेने के 30 सेकंड बाद ही इसका असर होना शुरू हो जाता है क्योंकि इससे आपको थोड़ी डकारें आ जाती है जिससे आपका पेट हल्का होने लग जाता है और फिर थोड़ी देर में ही एसिडिटी की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है। यह एक बहुत ही असरदार एंटासिड की तरह काम करता है और पेट में जलन, भारीपन या फिर सूजन के लिए यह बहुत ही कारगर नुस्खा है। इसका इस्तमाल आप सुबह, दोपहर या शाम किसी भी टाइम कर सकते हैं या फिर जिस समय भी आपको प्रॉब्लम हो उस समय तुरंत राहत के लिए इसका इस्तमाल किया जा सकता है।
बटरमिल्क
इसके अलावा छाछ यानि की बटरमिल्क भी एसिडिटी में बहुत फायदेमंद होता है। छाछ के अंदर लैक्टिक एसिड पाया जाता है जो की हमारे पेट में एसिडिटी और अम्लता को कम करता है और साथ ही इसमें कैल्शियम, विटामिन और पोटेशियम भी होता है जो की हमारी सेहत को भी बहुत अच्छा बनाता है। एक गिलास छाछ में काली मिर्च पाउडर, भुना हुआ जीरा पाउडर, काला नमक और गुड़ मिलाकर रोजाना दिन में खाना खाने के बाद इसका सेवन करें। इसका स्वाद भी अच्छा होता है और रोजाना इस ड्रिंक का सेवन करने से हमारे पेट में एसिडिटी, गैस, कब्ज आदि किसी भी तरह की समस्याएं नहीं होती है।
इसके अलावा एक नुस्खा और है इसे बनाने के लिए आपको जरूरत होगी खीरा, तुलसी के पत्ते और अजवाइन की। सबसे पहले तुलसी के पत्तों को पीसकर इसकी चटनी बना ले। इसके बाद हमें खीरे का जूस बनाना है। खीरे का जूस हमें छिलके के साथ ही बनाना है। फिर एक गिलास खीरे के जूस में एक चम्मच तुलसी की चटनी और आधा टीस्पून अजवाइन का पाउडर मिलाएं। उसके बाद यह ड्रिंक तैयार हो जाएगा। इस ड्रिंक में मौजूद खीरा हमारे शरीर को हाइड्रेट करके उसमें टॉक्सिन्स की मात्रा को कम करता है। जिससे हमारे शरीर में एसिड का लेवल कम होता है और साथ ही तुलसी हमारे पेट को ठंडक प्रदान करके पेट में होने वाली जलन को दूर करती है।
एलोवेरा जूस
इस ड्रिंक के अलावा एलोवेरा जूस भी एसिडिटी की समस्या में बहुत असरदार होता है। रोजाना सुबह खाली पेट एलोवेरा का जूस पीने से यह हमारे शरीर में एसिड की मात्रा को तेजी से कम करता है। जिससे समय के साथ साथ एसिडिटी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है। अगर ज्यादा एसिडिटी या पेट में जलन की दिक्कत हो तो दिन में 2 से 3 बार एलोवेरा का जूस पीना चाहिए। इसके अलावा लौंग, इलाइची, सौंफ, गुड़, जीरा और आवले का पाउडर यह सारी चीजें भी खाने के बाद खाई जा सकती है। इन सभी में एंटासिड प्रोपर्टीज पाई जाती है। अगर आप चाहे तो इनमे से किसी एक या दो चीजो का खाना खाने के बाद इस्तमाल कर सकते हैं। खाना खाने के बाद केवल लौंग को चबाने से इसके अंदर पाये जाने वाला रस हमारी लार के साथ पेट में जाता है और खाने को पचाने की प्रक्रिया को तेज करके पेट में अम्ल की मात्रा को कम करता है। इसके अलावा इलाइची शरीर में वात और पित्त यानि की गैस और एसिडिटी की प्रॉब्लम को बहुत तेजी से ठीक करती है। खाने के बाद 1 से 2 इलाइची या इलाइची के पाउडर को मिश्री के साथ भी लिया जा सकता है। इसके अलावा भोजन के बाद सौंफ और गुड़ खाने से यह हमारे पाचन की क्रिया को अच्छा करता है और भोजन के अच्छी तरह पचने से हमें कब्ज और गैस की समस्या भी नहीं होती है।
Avipattikar का चूर्ण
इसके अलावा अगर आपको एसिडिटी और पेट से रिलेटेड समस्या बहुत ज्यादा है तो उसके लिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खों का भी इस्तमाल किया जा सकता है। पेट में एसिडिटी और अन्य पेट से सम्बंधित समस्याओं के लिए Avipattikar का चूर्ण का इस्तेमाल बहुत अच्छा होता है। यह आपको किसी भी आर्युवेदिक स्टोर पर बहुत आसानी से मिल जाएगा या फिर आप चाहे तो इसे औनलाइन भी खरीद सकते हैं। इस चूर्ण के अंदर कई तरह की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का मिश्रण होता है जो कि हमारे पाचन अंगो को मजबूती प्रदान करता है। यह पेट की एसिडिटी को दूर करने के अलावा हार्ट बर्न, कॉन्स्टिपेशन, क्रोनिक गैस्ट्राइटिस और इनडाइजेशन यानि कि अपचन की समस्या को भी दूर करता है। इसका इस्तमाल आधा चम्मच दिन में एक बार भोजन करने से पहले मिश्री के साथ मिलाकर किया जा सकता है। एसिडिटी और पेट से रिलेटेड सभी समस्याओं के लिए यह सबसे असरदार औषधि है।
दोस्तों इन नुस्खों का इस्तमाल करने के अलावा गैस और एसिडिटी के विषय पर आगे भी मैं और विडियो लेकर आने वाला हूं जिसके अंदर मैं आपको बताऊंगा कुछ बहुत ही आवश्यक सावधानियां जिनका एसिडिटी और गैस की प्रॉब्लम होने पर बहुत ज्यादा ध्यान रखा जाना चाहिए और अगर इनका ध्यान नहीं रखा जाए तो किसी भी दवाई या फिर घरेलू नुस्खों से एसिडिटी, गैस या और कोई पेट से संबंधित बीमारी को हमेशा के लिए खत्म करना बहुत मुश्किल हो सकता है।
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