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गुड फैट, बैड फैट में क्या फर्क है:किन चीजों में होता बैड फैट, डॉक्टर से जानें अच्छी सेहत के लिए कौन सा तेल खाए
पूरी दुनिया में मोटापा एक बड़ा खतरा बनकर उभर रहा है। इससे कई खतरनातक बीमारियों का जोखिम भी बढ़ रहा है। अगर हम अपने खाने में एडिबल ऑयल का इस्तेमाल सिर्फ 10% कम कर दें तो न सिर्फ ओबिसिटी का रिस्क कम हो जाएगा, बल्कि हार्ट हेल्थ और डाइजेस्टिव हेल्थ में सुधार भी होगा। पिछले दिनों पीएम मोदी ने भी ये बात कही थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, ओबिसिटी एपिडेमिक बन गई है, यानी ऐसी बीमारी जो दुनिया में बहुत तेजी से फैल रही है। इसके कारण हुई बीमारियों से पूरी दुनिया में हर साल 28 लाख वयस्कों की मौत हो रही है।
ओबिसिटी की वजह सिर्फ ऑयल या फैट नहीं है। यहां तक कि फैट तो शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। समस्या खराब फैट से है, यानी जो फैट रिफाइंड कार्ब्स, शुगर और एडिबल ऑयल से मिल रहा है।
इसलिए आज Fitness Secret में अच्छे और खराब फैट की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-
गुड फैट और बैड फैट में क्या अंतर है?
किन चीजों को खाने से अच्छा फैट मिलता है?
किन चीजों से शरीर में खराब फैट बढ़ सकता है?
मोटापे के आंकड़े चिंताजनक

Good Fat vs. Bad Fat
WHO के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया में हर 8 में से एक व्यक्ति मोटापे से परेशान है और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। बच्चों में भी मोटापे का खतरा 4 गुना बढ़ चुका है। साल 2022 में पूरी दुनिया में लगभग 250 करोड़ लोग मोटापे की समस्या से जूझ रहे थे। उन्होंने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है।
गुड फैट सेहत के लिए जरूरी

Good Fat vs. Bad Fat
अगर आप भी सोचते हैं कि फैट सेहत के लिए नुकसानदायक होता है, तो यह पूरी तरह सच नहीं है। इसे आसान भाषा में ऐसे समझिए कि तो फैट दो तरह के होते हैं- गुड फैट और बैड फैट। गुड फैट सेहत के लिए जरूरी होता है, जबकि बैड फैट कई बीमारियों की वजह बन सकता है।
गुड फैट से शरीर को जरूरी एनर्जी मिलती है, दिल स्वस्थ रहता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है। इससे सेहत को कई अन्य फायदे भी होते हैं-
ब्रेन फंक्शनिंग बेहतर होती है।
स्किन और बालों की सेहत सुधरती है।
पाचन तंत्र और इम्यूनिटी मजबूत होती है।
हार्ट डिजीज का जोखिम कम होता है।
वजन कंट्रोल में रहता है।
हड्डियां और जॉइंट्स मजबूत होते हैं।
बैड फैट से होती बीमारियां

Good Fat vs. Bad Fat
बैड फैट से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है और इससे हार्ट डिजीज समेत कई बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।
स्किन और बालों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
वजन और मोटापा बढ़ सकता है।
बालों से जुड़ी समस्या हो सकती है।
स्किन डिजीज हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है।
हार्ट डिजीज हो सकती हैं।
डायबिटीज हो सकती है।
फैटी लिवर हो सकता है।
कैंसर हो सकता है।
गुड फैट के लिए क्या खाएं?

Good Fat vs. Bad Fat
अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं तो डाइट में गुड फैट शामिल करना बहुत जरूरी है। आमतौर पर ड्राई फ्रूट्स और सीड्स से मिला फैट सबसे अच्छा फैट होता है। गुड फैट के लिए ये चीजें खा सकते हैं-
बादाम: दिल और दिमाग के लिए फायदेमंद।
मूंगफली: हार्ट डिजीज और डायबिटीज में फायदेमंद।
अखरोट: स्किन और हड्डियों के लिए फायदेमंद।
सनफ्लावर सीड्स: इम्यूनिटी बूस्टर है।
चिया सीड्स: स्किन और डाइजेशन के लिए फायदेमंद।
अलसी के बीज: हार्ट और ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद।
नारियल तेल: पाचन और स्किन के लिए फायदेमंद।
सरसों का तेल: दिल और हड्डियों के लिए फायदेमंद।
इसके अलावा अगर सीमित मात्रा में दूध, दही, पनीर और घी खाया जाए तो वह भी फायदेमंद है।
किन चीजों से मिलता है बैड फैट?

Good Fat vs. Bad Fat
हर वो चीज जो पैकेट में बंद है और तुरंत खोलकर खाई जा सकती है, उसमें बैड फैट होता है। अगर आप भूख लगने पर चिप्स या कोई नमकीन खरीदकर का लेते हैं तो समझ लीजिए आप अपने शरीर को ढेर सारा बैड फैट दे रहे हैं और कई बीमारियों को बुलावा दे रहे हैं।
इनके अलावा बहुत तली-भुनी चीज, प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड में भी बैड फैट ही होता है। इनके कारण ही पूरी दुनिया में मोटापा इतनी तेजी से बढ़ रहा है। किन चीजों से शरीर में बैड फैट बढ़ता है, देखिए-
फ्रेंच फ्राइज, बर्गर और पिज्जा।
सभी सॉसेज और प्रोसेस्ड मीट।
पकौड़ा, समोसा और कचौड़ी।
केक, कुकीज, डोनट्स और पेस्ट्री।
चिप्स और नमकीन स्नैक्स।
कोल्ड ड्रिंक्स और पैक्ड जूस।
रिफाइंड तेल और बाजार का मक्खन।
प्रोसेस्ड चीज और वनस्पति घी।
आइसक्रीम और चॉकलेट्स।
गुड फैट और बैड फैट से जुड़े कॉमन सवाल और जवाब
क्या सरसों का तेल खाना हेल्दी है?

Good Fat vs. Bad Fat
हां, सरसों का तेल खाना हेल्दी है, लेकिन जरूरी है कि इसे सही तरीके से और सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है। यह हार्ट हेल्थ, इम्यूनिटी और पाचन के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण भी होते हैं, जो संक्रमण से बचाते हैं।
क्या घी खाना हेल्दी है?

Good Fat vs. Bad Fat
हां, घी सेहत के लिए फायदेमंद है। इसके साथ भी वही शर्त है कि इसे सीमित मात्रा में खाएं। घी खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है, पाचन में सुधार होता है और ब्रेन फंक्शनिंग भी सुधरती है।
घी में ओमेगा-3 और ओमेगा-9 फैटी एसिड होते हैं, इससे हार्ट हेल्थ सुधरती है। इसमें विटामिन A, D, E और K होते हैं, जिससे हड्डियां और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। रोज 1-2 चम्मच यानी 10-15 ग्राम घी खाना फायदेमंद है।
क्या बार-बार एक ही तेल को गर्म करने से सेहत को नुकसान होता है?
हां, बार-बार एक ही तेल को गर्म करना बहुत नुकसानदायक हो सकता है। एक ही तेल को बार-बार गर्म करने से उसमें खतरनाक टॉक्सिन, ट्रांस फैट, हाइड्रोकार्बन और फ्री रेडिकल्स बनने लगते हैं, जो दिल, लिवर और पाचन तंत्र के लिए नुकसानदायक होते हैं। इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।
भोजन में कौन सा तेल इस्तेमाल करना चाहिए?

Good Fat vs. Bad Fat
भोजन बनाने में सही तेल इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। इससे हमारा दिल और दिमाग सीधे प्रभावित होते हैं। इसके अलावा स्किन, बाल और हड्डियों को लिए भी जरूरी है। भोजन बनाने के लिए ये तेल इस्तेमाल कर सकते हैं-
सरसों का तेल
नारियल का तेल
मूंगफली का तेल
जैतून का का तेल
घी
ये तेल नहीं इस्तेमाल करने चाहिए-
रिफाइंड ऑयल
पाम ऑयल
वनस्पति घी
तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar
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