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How to treat Anemia
हमारे शरीर की अगर गाड़ी के इंजन से तुलना की जाए तो खून इस इंजन को चलाने वाला एकमात्र ऐसा फ्यूल है जिसकी कमी होने पर हमारी ज़िन्दगी की गाड़ी हमेशा के लिए रुक सकती है। जो भी हम खाते पीते हैं वो हमारे शरीर में पूरी तरह प्रोसेस होने के बाद खून में ही तब्दील होता है। खून का मुख्य काम शरीर के सभी अंगों को न्यूट्रिएंट और ऑक्सीजन पहुंचाना होता है। क्या आप जानते हैं पूरी दुनिया में आज 4 अरब से भी ज्यादा लोग शरीर में खून की कमी से परेशान हैं।
आमतौर पर जब शरीर में खून की कमी होती है तो इसका काफी लंबे समय तक पता भी नहीं चलता और हो सकता है इस समय आपके शरीर में भी खून की कमी हो और आप इस बात से पूरी तरह अंजान हों। हमारे शरीर में खून की कमी आखिर होती कैसे है? अगर शरीर में खून की कमी हो जाए तो इसका घर बैठे ही पता कैसे लगाया जा सकता है और कैसे खून की कमी से छुटकारा पा कर एनीमिया जैसे गंभीर रोगों को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। आज के इस विडियो में हम इन सभी बातों पर चर्चा करेंगे।
खून कैसे बनता हैं ?
हमारा खून मुख्यतः चार चीजों से मिलकर बना होता है प्लाज्मा, रेड ब्लड सेल्स, वाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स। रेड ब्लड सेल्स ही वो सेल्स होते हैं जो हमारे दिल, दिमाग और शरीर के दूसरे अंगों तक ऑक्सीजन लेकर जाते हैं। सेल्स अपने अंदर ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन इकट्ठा कर सके, इसके लिए खून में आयरन और हीमोग्लोबिन की मात्रा भरपूर होनी चाहिए। हीमोग्लोबिन खून का सबसे महत्वपूर्ण कंपाउंड होता है। इसका कलर लाल होता है और इसी की वजह से हमारा खून भी लाल कलर का दिखाई देता है। शरीर में आयरन की कमी हीमोग्लोबिन की कमी को जन्म देती है और हीमोग्लोबिन की कमी होने पर खून में मौजूद रेड ब्लड सेल्स की मात्रा कम होने लगती है या उनका आकार छोटा होने लगता है या उनकी ऑक्सीजन इकट्ठा करने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए जब भी कोई व्यक्ति अपने खून की जांच करवाता है तो सरल भाषा में खून में आयरन और हीमोग्लोबिन की कमी को ही खून की कमी या एनीमिया कहा जाता है। इसके अलावा अगर शरीर में विटामिन बी 12 और फॉलिक एसिड की कमी आ जाए तब भी खून की कमी हो सकती है। खून की कमी होने पर इसका कुछ विशेष लक्षणों के जरिए पता लगाया जा सकता है।
खून की कमी के लक्षण
शरीर के सभी अंगों तक ठीक तरह से ऑक्सीजन नहीं पहुंचने की वजह से हमारे दिल का काम ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके कारण व्यक्ति पूरे समय थका हुआ महसूस करने लगता है। हर वक्त आराम की जरूरत लगने लगती है। घूमने फिरने, साफ सफाई करने या थोड़ा सा भी ज्यादा काम करने पर दूसरे लोगों के मुकाबले ज्यादा थकान हो जाती है और दिल की धड़कन बार बार तेज होती रहती है। इसके अलावा हमारे ब्रेन को भी पूरी तरह ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से व्यक्ति दिमागी रूप से भी कमजोर महसूस करने लगता है। बार बार सिर भारी होने लगता है, ज्यादा समय मूड बिगड़ा हुआ रहता है और सोचने समझने तथा कंसन्ट्रेट करने की क्षमता पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। एनीमिया की स्थिति जब ज्यादा गंभीर हो जाती है तो त्वचा का रंग धीरे धीरे पीला होने लगता है। चेहरे की रौनक पूरी तरह खत्म हो जाती है और व्यक्ति सुस्त और कमजोर दिखाई देने लगता है। इसके अलावा कमजोरी के कारण बार बार चक्कर आना, उल्टी, घबराहट, तेज सरदर्द और बेहोशी जैसे लक्षण भी खून की कमी होने पर नजर आ सकते हैं।
खून की कमी के कारण
अगर खून की कमी होती किस वजह से है। सबसे आम वजह है भोजन में न्यूट्रिशंस यानि कि पोषक तत्वों की कमी। अगर आपके खानपान के जरिये शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे हैं तो खून में अपने आप ही आयरन और हीमोग्लोबिन का स्तर गिरने लगता है, जो कि बाद में एनीमिया को जन्म देता है। इसके अलावा किसी वजह से अगर शरीर का बहुत सारा खून बह जाए तब भी एनीमिया की स्थिति बन सकती है। महिलाओं में प्रॉब्लम ज्यादा कॉमन है क्योंकि कई बार पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग हो जाती है और 40 की उम्र के बाद मेनोपॉज के समय भी खून में आयरन और हीमोग्लोबिन तथा विटामिन बी 12 की कमी हो ही जाती है। इसके अलावा लिवर की बीमारी जैसे कि जॉन्डिस और लिवर सिरोसिस आदि भी शरीर में खून की कमी पैदा करते हैं और थायरॉइड के मरीजों को भी कुछ स्थितियों में एनीमिया हो सकता है।
खून के कमी को कैसे दूर करें
अगर आपका पाचन कमजोर है जोकि खाए गए भोजन में से पूरे पोषक तत्व नहीं ले पा रहा है, तब सब कुछ खाने के बाद भी खून में आयरन और हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है। यह स्थिति बहुत कॉमन है और इसमें ज्यादातर लोगों की यही शिकायत होती है कि खून बढ़ाने वाली चीजों को खाने के बावजूद भी खून नहीं बढ़ रहा। खून की कमी या एनीमिया को दूर करने के लिए जरुरी है कि बॉडी में खून की मात्रा भी अधिक हो और खून की क्वालिटी भी बेहतर हो और साथ ही खून बढ़ाने वाली चीजों का असर शरीर पर जल्दी दिखे। इसके लिए बहुत जरुरी है कि चीजों को सही समय पर और सही कॉम्बिनेशन के साथ खाया जाए। आइए जानते हैं कुछ सबसे असरदार खाए जाने वाली चीजों और घरेलू नुस्खों के बारे में जिनके नियमित सेवन से कम समय में ही खून की कमी को तेजी से पूरा किया जा सकता है। डाइट की अगर बात की जाए तो खानपान में ऐसी चीजों का ज्यादा सेवन करना चाहिए जिनमें आयरन, हीमोग्लोबीन, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड की मात्रा अधिक हो।
Wheat रस
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Wheat रस यानि की गेहूं के जवारे में आयरन, विटामिन सी, क्लोरोफिल, कैल्शियम और मैग्नीशियम प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। खून की कमी होने पर इसका सेवन करने से शरीर में आयरन और हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। इसके साथ ही ज्यादातर डॉक्टर एनीमिया होने पर आंवले का जूस पीने की सलाह भी जरूर देते हैं। यह विटामिन सी से भरपूर होता है जो कि न सिर्फ खून में वृद्धि करता है बल्कि बालों और त्वचा की सेहत के लिए भी बेहद उपयोगी माना जाता है। हफ्ते में तीन बार या एक दिन छोड़कर 30 एमएल व्हीटग्रास और 30 एमएल आवले के जूस को आपस में मिक्स करके सुबह नाश्ते के साथ सेवन करें। लगातार इसके इस्तेमाल से पहले दूसरे हफ्ते में ही खून के हीमोग्लोबिन लेवल में तेजी से बदलाव आने लगता है कि दोनों ही चीजें आपको औनलाइन या किसी भी मेडिकल शॉप पर आसानी से मिल जाएगी। लेकिन जल्दी और अच्छे परिणाम पाने के लिए इन्हें घर पर ही ताजा बनाने की कोशिश करें।
चुकंदर
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हम सभी जानते हैं चुकंदर खाने या इसका रस पीने से शरीर का खून बढ़ता है। लेकिन चुकंदर में मौजूद आयरन शरीर में पूरी तरह एब्जॉर्ब हो सके इसके लिए इसे निम्बू के रस के साथ पीना जरुरी है और साथ ही खून में हीमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ाने के लिए चुकंदर से भी ज्यादा फायदेमंद इसके पत्ते होते हैं। इसलिए जब भी चुकंदर खरीदें तब साथ में इसके पत्तों को भी जरुर लें। सारी चीजों को अच्छी तरह साफ करके रोजाना सुबह नाश्ते के साथ चुकंदर और उसके पत्तों के जूस में थोड़ा सा निम्बू का रस मिला कर इसका सेवन करें। जिन लोगों को खून की कमी की वजह से सर में भारीपन और लगातार थकान बनी रहती है उन्हें रोज अपने दिन की शुरुआत चुकंदर या चुकंदर के जूस से ही करना चाहिए। क्योंकि बॉडी का स्टेमिना और एनर्जी बढ़ाने में बेहद लाभदायक होता है और साथ ही इससे ब्लड प्रेशर भी मेंटेन रहता है।
मांस, अंडे और मछली .
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वेजिटेरियन के मुकाबले नॉन वेजिटेरियन लोग खून की कमी या एनीमिया जैसी बीमारी को जल्दी ठीक कर सकते हैं। क्योंकि खून में आयरन, हीमोग्लोबिन और फॉलिक एसिड की कमी में मांस, अंडे और मछली के सेवन से बहुत जल्दी सुधार आता है। खासकर जानवरों का लीवर इस बीमारी में सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि वेजिटेरियन सोर्स के मुकाबले एनिमल लिवर में 10 गुना ज्यादा आयरन और विटामिन बी 12 होता है। आमतौर पर जो ज्यादा नॉनवेज खाते हैं, उन्हें खून की कमी होती ही नहीं है। लेकिन अगर हो जाए तो एनिमल लिवर के लगातार सेवन से खून की कमी बेहद जल्दी ठीक हो जाती है। अच्छे परिणाम के लिए हफ्ते में तीन बार या एक दिन छोड़कर चिकन लीवर या गोट लिवर का सेवन जरूर करें।
ड्रायफ्रूट्स
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खून की कमी या एनीमिया होने पर ड्रायफ्रूट्स का नियमित सेवन करना चाहिए। यह आयरन, एंटी ऑक्सीडेंट्स और न्यूट्रिशंस से भरपूर होते हैं। किशमिश, अंजीर, खजूर ये तीनों ही शरीर के खून में तेजी से वृद्धि करते हैं और साथ ही थकान, कमजोरी और घबराहट जैसी प्रॉब्लम भी पूरी तरह ठीक हो जाती है। रोजाना दिन के समय 4 से 5 किशमिश, एक अंजीर और 3 से 4 खजूर दूध में गलाकर रखें और रात को सोने से पहले हल्के गर्म दूध के साथ इनका सेवन करें। यह इतना असरदार है कि आपको पहले हफ्ते में ही शरीर की ताकत में फर्क नजर आने लगेगा और धीरे धीरे खून में आई कमी भी पूरी तरह ठीक हो जाएगी।
एप्पल साइडर विनेगर
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अगर आप खून बढ़ाने के लिए पहले से ही बहुत सारी चीजें खा चुके हैं या आपका पाचन कमजोर है जिसके चलते खून बढ़ाने वाली चीजों का भी पूरा लाभ आपको नहीं मिल पा रहा हो। तो ऐसे में रोजाना खाना खाने के आधे घंटे पहले 2 से 3 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर यानि कि सेब के सिरके का सेवन पानी के साथ मिलाकर करें। एप्पल साइडर विनेगर हमारे पेट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ाता है और साथ ही भोजन से आयरन एब्जॉर्ब करने की शक्ति को भी बढ़ाता है। सब कुछ खाने के बाद भी अगर ब्लड में हीमोग्लोबिन और आयरन इनक्रीज नहीं हो रहा हो तो अपनी डाइट में एप्पल साइडर विनेगर को जरूर शामिल करें।
शिलाजीत
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शिलाजीत शरीर में आई हर तरह की कमजोरी के लिए बेहद फायदेमंद होता है। रोजाना शिलाजीत के सेवन से खून में आयरन और हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने लगती है और साथ ही यह हमारी त्वचा, बाल और हड्डियों को भी मजबूत बनाता है। एनीमिया में होने वाली थकान और चक्कर आने जैसी प्रॉब्लम शिलाजीत के सेवन से पूरी तरह खत्म हो जाती है। शिलाजीत एक बेहद पावरफुल आयुर्वेदिक सप्लिमेंट है। इसका सेवन किस उम्र के व्यक्ति को कैसे करना चाहिए, एक दिन में इसे कितना खाया जा सकता है और इसके अन्य क्या क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं,
खून की कमी होने पर किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
अब बात करते हैं एनीमिया या खून की कमी होने पर किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए। सभी बीमारियों का सीधा कनेक्शन हमारे पेट से होता है और पेट का हमारे भोजन से। इसलिए ज्यादा से ज्यादा घर का सादा भोजन करें। बाहर का जंक फूड जिसमें पोषक तत्वों की मात्रा शून्य होती है, उन्हें बिल्कुल न खाएं। खाने में हरी सब्जियां जैसे कि पालक, शिमला मिर्च, ब्रोकली और सभी हरे पत्तेदार सब्जियां खून बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी मानी जाती है। ज्यादा चाय या कॉफी पीने से हमारा खून एसिडिक हो जाता है और शरीर में पित्त की मात्रा बढ़ती है। जिसकी वजह से खून बढ़ाने वाली दवाईयों और घरेलू नुस्खों का असर बहुत धीमा पड़ जाता है। इसी तरह चॉकलेट भी खून बढ़ाने में बाधक होती है क्योंकि इससे शरीर में आयरन एब्जॉर्ब करने की क्षमता धीमी पड़ने लगती है। इसलिए जितने समय आप इस समस्या से जूझ रहे हैं उतने समय के लिए चाय, कॉफी और चौकलेट का सेवन ना करें।
कोल्ड्रिंग, सॉफ्ट ड्रिंक और बाजार में मिलने वाली सभी मीठी ड्रिंक्स का सेवन कम से कम करें। इनमें शुगर की मात्रा अधिक होती है और साथ ही शरीर में फ्री रेडिकल्स भी पैदा करते हैं जिससे खून में ऑक्सीजन की कमी आती है। इसके अलावा मैदे से बनी हुई चीजों को भी ज्यादा से ज्यादा अवाइड करें। मैदे में ग्लूटेन होता है जिसका हमारे पाचनतंत्र पर बहुत बुरा असर पड़ता है और साथ ही यह भोजन में मौजूद आयरन को खून तक पहुंचने से भी रोकती है। इसके अलावा ठंडी चीजें और ठंडा या बासी भोजन बिल्कुल ना करें। हमेशा गरम और फ्रेश चीजों का ही सेवन करें।
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