Table of Contents Mushrooms
मशरूम (Mushrooms) एक नेचुरल सुपरफूड है, जो कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। ‘द मशरूम वर्ल्ड’ के अनुसार, इसमें विटामिन D, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, मैग्नीशियम और सेलेनियम जैसे जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। साथ ही, इसमें ग्लूटाथियोन और एर्गोथायोनीन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने, हृदय को स्वस्थ रखने और पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। मशरूम की खासियत यह है कि इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे यह वजन घटाने में भी सहायक साबित होता है। यह फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्रोत होने के कारण लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है और अनावश्यक भूख को नियंत्रित करता है। मशरूम में मौजूद बीटा-ग्लूकन और सेलेनियम प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं, जिससे शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाव करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, मशरूम में पोटैशियम और मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो रक्तचाप को संतुलित रखने में सहायक होती है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करती है। यह न केवल पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, बल्कि मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। मशरूम को सूप, सलाद, स्टर-फ्राई, ग्रेवी और स्नैक्स के रूप में कई तरह से पकाया और खाया जा सकता है। हालांकि, हमेशा ताजे और ऑर्गेनिक मशरूम का ही सेवन करना चाहिए और जहरीले जंगली मशरूम से बचना चाहिए। कुल मिलाकर, मशरूम पोषण से भरपूर एक शानदार आहार है, जिसे अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
इसलिए आज Fitness Secret में हम मशरूम के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-
- मशरूम को अपनी डाइट में शामिल करने के क्या फायदे हैं?
- मशरूम किन लोगों को नहीं खाना चाहिए?
स्टोरी में आगे बढ़ें, उससे पहले आइए मशरूम से जुड़े एक मिथ की सच्चाई जान लेते हैं।
मशरूम से जुड़ा मिथक और उसकी सच्चाई

Mushrooms: A Powerful Blessing
दरअसल मशरूम को ‘कुकुरमुत्ता’ नाम से भी जाना जाता है। इसका अर्थ है ‘कुत्तों के टॉयलेट वाली जगह पर पैदा होने वाला।’ लेकिन यह सच नहीं है। इसका कुत्तों से कोई लेना-देना नहीं है।
मशरूम एक प्रकार का फंगस है, जो अक्सर बारिश के दिनों में नमी में पनपता है। हालांकि ऐसे मशरूम को खाया नहीं जाता है। मशरूम की कई प्रजातियां होती हैं। इसमें से कुछ ही खाने लायक होती हैं, जो कि बाजारों में आसानी से मिलते हैं। आमतौर पर खाने वाले मशरूम की खेती की जाती है।
मशरूम पोषक तत्वों से भरपूर

Mushrooms: A Powerful Blessing
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (USDA) के मुताबिक, Mushrooms जरूरी पोषक तत्वों का ‘खजाना’ हैं। इनमें सेलेनियम, ग्लूटाथियोन और विटामिन E समेत कई तरह के शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं की मरम्मत करने, हानिकारक फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने और समय से पहले बुढ़ापे के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। Mushrooms में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे जोड़ों के दर्द, गठिया और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। साथ ही, इनमें पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड्स कैंसर रोधी गुणों से भरपूर होते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने और उनकी वृद्धि को धीमा करने में मदद कर सकते हैं। रिसर्च के अनुसार, विशेष रूप से शिटाके, रीशी और माइटाके जैसे Mushrooms में ऐसे तत्व होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने और ट्यूमर के विकास को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, Mushrooms शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को तेज करने में मदद करते हैं, जिससे हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और लिवर स्वस्थ बना रहता है। इनके कम कैलोरी और हाई-फाइबर कंटेंट के कारण यह न केवल वजन घटाने में मददगार हैं, बल्कि ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और डायबिटीज के जोखिम को भी कम करने में सहायक होते हैं। कुल मिलाकर, Mushrooms एक संपूर्ण सुपरफूड हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और कई गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करते हैं।
100 ग्राम मशरूम की न्यूट्रिशनल वैल्यू
- प्रोटीन: 3.09 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट : 3.28 ग्राम
- फाइबर: 1 ग्राम
- कैल्शियम : 3 मिलीग्राम
- पोटेशियम: 318 मिलीग्राम
- सोडियम : 5 मिलीग्राम
मशरूम सेहत के लिए किसी वरदान से कम नही

Mushrooms: A Powerful Blessing
The Mushroom World’ के मुताबिक, Mushrooms में मौजूद फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। ये सेलेनियम, विटामिन D और विटामिन B6 के अच्छे स्रोत हैं, जो सेल डैमेज को रोकने, हड्डियों को मजबूत बनाने और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में सहायक होते हैं। Mushrooms का फाइबर पाचन तंत्र को बेहतर करता है, जबकि इसके एंटीबैक्टीरियल गुण इन्फेक्शन से बचाते हैं।
Mushrooms खाने के 10 फायदे:
- इम्यूनिटी बूस्ट करता है
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है
- वजन कम करने में मददगार
- हार्ट को हेल्दी रखता है
- पाचन तंत्र सुधारता है
- हड्डियों को मजबूत बनाता है
- ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है
- गट बैक्टीरिया को बेहतर करता है
- ब्रेन हेल्थ को सपोर्ट करता है
- कैंसर के खतरे को कम करता है
ज्यादा मशरूम खाना नुकसानदायक

Mushrooms: A Powerful Blessing
बेशक मशरूम खाना फायदेमंद है, लेकिन इसे ज्यादा खाने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। मशरूम में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इससे कुछ लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ लोगों को मशरूम से एलर्जी होती है। इससे उन्हें स्किन रैशेज, खुजली या सांस लेने में परेशानी हो सकती है। मशरूम में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो किडनी के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
इसके अलावा अगर मशरूम ठीक से पका नहीं है या सही मशरूम की जगह जंगली मशरूम खाते हैं तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हमेशा सही मशरूम का चयन करें।
मशरूम से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और जवाब
क्या डायबिटिक लोग भी मशरूम खा सकते हैं?
मशरूम डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। ध्यान रखें कि इसे कम तेल व मिर्च-मसाले में ही पकाएं।
क्या मशरूम वजन घटाने में मदद करता है?
मशरूम में कैलोरी की मात्रा कम और फाइबर व प्रोटीन की मात्रा भरपूर होती है। जिससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और खाने की इच्छा कम होती है। इस तरह मशरूम वजन घटाने में मददगार है।
मशरूम को अपनी डाइट में कैसे शामिल किया जा सकता है?
मशरूम की सब्जी बनाकर, हल्का भूनकर या तलकर खा सकते हैं। ध्यान रखें कि कच्चा मशरूम खाने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इसे पूरी तरह पकाकर ही खाएं। इसके अलावा मशरूम को सूप, करी या सैंडविच में डाला जा सकता है। आजकल इसका इस्तेमाल पिज्जा और पास्ता में भी किया जाता है।
एक दिन में कितना मशरूम खाना चाहिए?
एक दिन में करीब 50-60 ग्राम मशरूम खाना सुरक्षित है। इससे ज्यादा खाना नुकसानदायक हाे सकता है।
सही मशरूम का चयन कैसे करें?
बाजार में कई तरह के मशरूम आते हैं, लेकिन सभी खाने लायक नहीं होते हैं। इसलिए सही मशरूम का चयन करना जरूरी है। ध्यान रखें कि ताजे मशरूम का रंग सामान्य रूप से हल्का और सफेद या हल्का भूरा होता है। मशरूम खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसेकि-
- अगर मशरूम का रंग फीका या सूखा हो तो उसे न खरीदें।
- अगर उस पर काले दाग, मोल्ड या गीला हिस्सा दिखे तो भी न खरीदें।
- मशरूम हमेशा विश्वसनीय दुकान से ही खरीदें।
- हमेशा पैकेज्ड मशरूम ही खरीदें, क्योंकि वे ताजे और साफ होते हैं।
मशरूम किन्हें नहीं खाना चाहिए?
मशरूम कोई भी खा सकता है। लेकिन गर्भवती महिलाओं, किडनी और लिवर की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों व जिनकी हाल ही में सर्जरी हुई है, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना मशरूम नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा जिन्हें मशरूम से एलर्जी है और छोटे बच्चों को भी मशरूम नहीं खाना चाहिए।
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