Table of Contents 7 Remedies for Neuropathy
दोस्तों आज हम बात करेंगे उन सिम्पटम्स की जो कि हम में से बहुत सारे लोगों को कभी ना कभी फेस करने पड़ते हैं जिन्हें हम कहते हैं nervine symptoms यानी कि ऐसे लक्षण जो कि हमारी नसों से ताल्लुक रखते हैं। यह सिम्टम्स है। हाथ पैरों के अंदर जलन का होना, हाथ और पैरों के अंदर चींटी जैसे चलने का एहसास होना, हाथ पैर सुन्न हो जाना, दर्द का होना और नसों में कमजोरी आ जाना। मेडिकली इन लक्षणों को न्यूरोपैथी कहा जाता है और इसके कई सारे कारण और प्रकार हो सकते हैं। लेकिन आज हम इनके कारण या प्रकार के बारे में बात नहीं करेंगे। आज हम बात करेंगे असल मुद्दे की आपके फायदे की कि इन सिम्टम्स को दूर करने के लिए हम क्या कर सकते हैं।
तो आज मैं आपको सात ऐसे सिंपल मेथड्स के बारे में बताऊंगा जो कि आपको इन सिम्टम्स को कम करने में बहुत ही ज्यादा हेल्प करेंगे। आज हम बात करेंगे प्रॉपर न्यूट्रिशन की, कुछ हर्बल रेमेडीज की और कुछ इजी डीआईवाई मेथड्स की जो कि आप घर पर इजीली ट्राई कर सकते हैं और अपनी नसों की इन सभी समस्याओं को काफी हद तक दूर कर सकते हैं।
तो चलिए बिना किसी देरी के इस वीडियो को शुरू करते हैं और जानते हैं इन सभी चीजों के बारे में पूरी डिटेल से।
तो दोस्तों सबसे पहले न्यूट्रिशन की बात करते हैं। यह सेक्शन आपके लिए बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट है। क्योंकि हमारे नर्व्स को हेल्दी रखने के लिए। प्रॉपर न्यूट्रिशन सबसे ज्यादा जरूरी है।

Remedies for Neuropathy
न्यूट्रिएंट जो प्रॉपर नर्व फंक्शन के। लिए जरूरी होता है वो है। विटामिन बी12। विटामिन बी12 की कमी से टिंगलिंग और गैस जैसे सिम्टम्स हो सकते हैं। इसलिए आपको विटामिन बी12 रिच फूड्स जैसे कि एग्स, डेयरी प्रोडक्ट्स, फिश और फोर्टिफाइड सीरियल्स अपनी डाइट में जरूर शामिल करने चाहिए। इसी तरह से विटामिन बी सिक्स भी एक बहुत ही इंपॉर्टेंट न्यूट्रिएंट है जो की नर्व हेल्थ के लिए इंपॉर्टेंट होता है। जरूरी होता है , Remedies for Neuropathy विटामिन बी सिक्स आपको चने में, आलू में, केले में और अंडे के अंदर मिलता है। ये सारे वो फूड्स हैं, जो कि बहुत ही इजीली अवेलेबल हैं और इन्हें आप अपनी डाइट में बहुत ही आसानी से शामिल कर सकते हैं।
फॉलिक एसिड भी एक एसेंशियल न्यूट्रिएंट है जो कि आपकी नर्व हेल्थ को सपोर्ट करता है। इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां, सिट्रस फ्रूट्स जैसे कि संतरा, मौसमी या फिर नींबू या बीन्स और दालों का सेवन कर सकते हैं। रेग्युलरली इन फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करने से आपको nervine symptoms में काफी ज्यादा रिलीफ मिल सकता है। वैसे डाइट में इन चीजों को शामिल करने के साथ साथ अगर आप एक अच्छा मल्टीविटामिन सप्लीमेंट भी लेना शुरू कर दें, तो आपको रिजल्ट्स और भी ज्यादा तेजी से दिखाई देने को मिल सकते हैं। मल्टीविटामिन लेने का एक बहुत ही अनोखा फायदा यह होता है कि आपको कोई गैस वर्क नहीं करना पड़ता है और आपको सभी जरूरी न्यूट्रिएंट जो कि आमतौर पर हमारे सिर्फ डाइट के जरिए मिलना बड़ा मुश्किल हो जाता है। ये सब के सब आपको एक ही जगह और सही मात्रा में मिल जाते हैं। तो आप रोजाना एक अच्छा मल्टीविटामिन सप्लीमेंट भी जरूर लिया कीजिए।
हल्दी:

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हल्दी अपनी एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज के लिए जानी जाती है। आप एक टीस्पून टर्मरिक का पाउडर ले लीजिए और इसको एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर रात को सोते टाइम रोजाना पीजिए। इससे आपकी नसों में जो इन्फ्लेमेशन होता है वह कम होता है और झुनझुनाहट या दूसरी जो सिम्टम्स होते हैं वह आपके अंदर कम होने लगते हैं। आप चाहे तो इसके अंदर एक चुटकी काली मिर्च भी मिला सकते हैं क्योंकि यह टरमरिक के अंदर मौजूद करक्यूमिन के अब्जॉर्ब को और ज्यादा एनहांस कर देती है। आपको फायदा ज्यादा मिलता है।
अदरक:

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अदरक ब्लड सरकुलेशन को इंप्रूव करता है और टिंगलिंग सेंसेशन को कम करने में भी मददगार होता है। आप थोड़ा सा अदरक ले लीजिए इसको चाहे तो बारीक पीस लीजिए या फिर काट लीजिए और फिर इसको एक गिलास पानी में डालकर 10 मिनट तक उबालिए। इसके बाद इसको छान लीजिए और चाय की तरह रोजाना पीजिए। इस तरह से अदरक के पानी को दिन में 2 से 3 बार खाना खाने के बाद पीने से आपको काफी ज्यादा फायदा मिलेगा।
ऑयल मसाज

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ऑयल मसाज केवल शारीरिक आराम देने वाला उपाय नहीं है, बल्कि यह रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) को बेहतर बनाने में भी मदद करता है, जो नर्व फंक्शन को सुधारने में सहायक है। जब शरीर पर हल्के दबाव से मसाज किया जाता है, तो यह रक्त कोशिकाओं को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरता है, जिससे तंत्रिका तंत्र को सही तरीके से काम करने के लिए आवश्यक पोषण मिलता है। इसके अलावा, यह तंत्रिका तंत्र की सूजन को घटाने और तंत्रिका कोशिकाओं को आराम देने में मदद करता है। इसके अलावा, मसाज से मानसिक शांति मिलती है, जिससे तनाव और चिंता कम होते हैं और तंत्रिका तंत्र को और भी आराम मिलता है। यह नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है और मांसपेशियों को लचीलापन प्रदान करता है। नारियल, तिल और आर्गन जैसे तेल तंत्रिका तंत्र को शांत करने, रक्त संचार को बेहतर बनाने और मांसपेशियों के दर्द को कम करने के लिए उपयोगी होते हैं। इस प्रकार, नियमित ऑयल मसाज न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है, और यह तंत्रिका तंत्र को सही तरीके से कार्य करने में मदद करता है।
मस्टर्ड ऑयल:

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मस्टर्ड ऑयल यानी कि सरसों का तेल। इसके लिए आप मस्टर्ड ऑयल को हल्का गर्म करके अपने हाथों के ऊपर और पैरों के ऊपर जेंटल मसाज कीजिए। इससे क्या होगा कि आपका ब्लड फ्लो इम्प्रूव होगा और टिंगलिंग सेंसेशन कम होगा। रेगुलर मसाज करने से आपको अपने सिम्टम्स में नोटिस रिलीफ देखने को मिलेगा।
कोकोनट ऑयल:

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कोकोनट ऑयल यानी कि नारियल का तेल। वैसे तो प्लेन कोकोनट ऑयल की मसाज से भी आपको काफी आराम मिल जाता है लेकिन अगर आप इसके साथ पेपरमिंट और लैवेंडर एसेंशियल ऑयल को भी मिला लें, तो ये आपके लिए बहुत ही ज्यादा इफेक्टिव रेमेडी बन जाता है। कोकोनट ऑयल को प्लेन या फिर इन दोनों ऑयल के साथ मिक्स करके अपने इफेक्टेड एरिया के ऊपर रोजाना सुबह शाम आप मालिश कीजिए और ये आपके बर्निंग सेंसेशन को शुद्ध करने के साथ साथ आपके नर्व्स को रिलैक्स भी करेगा।
कोल्ड कंप्रेस

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कोल्ड कंप्रेस के बारे में जो कि आपके सिम्टम्स को कम करने का एक और बहुत ही बढ़िया और बहुत ही इफेक्टिव तरीका है। वार्म कंप्रेस ब्लड फ्लो को इंप्रूव करते हैं और मसल्स को रिलैक्स करते हैं। आप एक वार्म टॉवल को अपने इफेक्टेड एरिया के ऊपर 10 से 15 मिनट तक के लिए रख सकते हैं। या फिर आप चाहें तो गर्म पानी की जो सिकाई वाली बोतल होती है आप उसको भी यूज़ कर सकते हैं। यह करने से आपके ब्लड सरकुलेशन जो है हाथ पैरों के अंदर वो बढ़ता है और टिंगलिंग और बर्निंग सेंसेशन कम होता है।
कोल्ड कंप्रेस की बात करें तो यह इन्फ्लेमेशन को और स्वेलिंग को रिड्यूस करता है। आप एक आइस पैक या फिर कोल्ड टॉवल 10 से 15 मिनट तक अपने पैर के तलवों में या हाथों में जहां पर भी आपको प्रॉब्लम है वहां पर रख सकते हैं। यह गैस और कंफर्ट को कम करता है। अल्टरनेटिव बिटवीन वार्म एंड कोल्ड कंप्रेस यानी कि पहले 10 से 15 मिनट तक वार्म कंप्रेस करना और फिर उसके तुरंत बाद 10 से 15 मिनट तक कोल्ड कंप्रेस करना, आपके इन सभी सिम्टम्स को कम करने के लिए बहुत ही बढ़िया चीज है। यह सिंपल मेथड आप घर पर इजीली ट्राई कर सकते हैं और इससे आपके सभी सिम्टम्स काफी हद तक कम हो जाएंगे।
एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी

Remedies for Neuropathy
एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी के बारे में। दोस्तों रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी ना सिर्फ आपकी ओवरऑल फिटनेस के लिए बहुत ही बढ़िया है बल्कि यह आपकी नर्व हेल्थ को भी सपोर्ट करती है। एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता है जो सिम्टम्स को कम करने में मदद करता है। कुछ सिंपल एक्सरसाइज जैसे कि वॉकिंग, जॉगिंग, स्विमिंग और योगा आपको प्रैक्टिस जरूर करना चाहिए। इसके अलावा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी बहुत ही इफेक्टिव होती है। यह आपकी मसल्स को रिलैक्स करने में मदद करती है और टिंगलिंग सेंसेशन को रिड्यूस करती है।
एप्सम साल्ट

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एप्सम साल्ट जो कि मैग्नीशियम सल्फेट से बना होता है। यह आपकी मसल्स को रिलैक्स करने और नर्व कंफर्ट को रिड्यूस करने में बहुत ही इफेक्टिव होता है। वैसे कई बार लोग एप्सम साल्ट और सेंधा नमक को एक ही समझते हैं, लेकिन ध्यान रखिएगा कि यह दोनों चीजें अलग अलग होती हैं। सेंधा नमक, रॉक सॉल्ट या फिर पिंक हिमालयन साल्ट होता है। वहीं ये जो एप्सम सॉल्ट है, ये मैग्नीशियम सल्फेट होता है तो एप्सम सॉल्ट यानी कि मैग्नीशियम सल्फेट। सोप को यूज करना बहुत ही सिंपल है। आपको बस एक टब के अंदर वॉर्म वाटर को भरना है और उसमें एक कप एप्सम साल्ट डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लेना है। इस वाटर में आपको 20 से 30 मिनट के लिए अपने हाथ और पैर या फिर दोनों चीज अगर दोनों में प्रॉब्लम है तो इसको डुबोकर आपको रखना है और इसकी सिकाई करनी है। एप्सम साल्ट सोक ना सिर्फ आपके नर्व्स को रिलैक्स करता है बल्कि आपकी मसल्स को भी सूट करता है जिससे कि आपको टिंगलिंग और बर्निंग सेंसेशन से रिलीफ दिला सकता है।
एलोवेरा जेल

Remedies for Neuropathy
एलोवेरा जेल अपनी सूदिंग और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है। अगर आपको बर्निंग सेंसेशन और टिंगलिंग हो रही है तो फ्रेश एलोवेरा जेल आपको बहुत ही ज्यादा रिलीफ दे सकता है। आपको बस एक फ्रेश एलोवेरा लीव्स को तोड़ लेना है। इसे बीच में से कट करना है और जेल निकाल लेना है और फिर इस जेल को डायरेक्टली अपने इफेक्टेड एरिया के ऊपर आपको अप्लाई करना है। एलोवेरा जैल स्किन को कूल और सूट करता है जिससे कि बर्निंग और टिंगलिंग सेंसेशन कम होता है। आप रेडीमेड एलोवेरा जेल को भी यूज कर सकते हैं। लेकिन फ्रेश एलोवेरा जैल अगर आपको मिल जाए तो इसका इंपैक्ट ज्यादा बढ़िया होता है। इस जेल को दिन में 2 से 3 बार आप अप्लाई कर सकते हैं और इससे आपको अपने सभी सिम्टम्स में नोटिस रिलीफ देखने को मिलेगा।
तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar
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