howto – Health Darbar https://healthdarbar.com Health is Wealth Wed, 02 Aug 2023 19:40:14 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.6.1 https://healthdarbar.com/wp-content/uploads/2023/07/cropped-HealthDarbar-32x32.png howto – Health Darbar https://healthdarbar.com 32 32 How to Take Out Toxins from Body | शरीर में जमे सभी विषैले पदार्थों को तेजी से बाहर निकालें https://healthdarbar.com/how-to-take-out-toxins-from-body/ https://healthdarbar.com/how-to-take-out-toxins-from-body/#respond Wed, 02 Aug 2023 19:40:12 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2807

Table of Contents How to Take Out Toxins from Body

डिटॉक्स, ये एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके ज़रिए हेल्थ से जुड़ी हर छोटी से लेकर बड़ी समस्या को ठीक किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग समय समय पर अपनी बॉडी डीटॉक्स करते रहते हैं वो लंबी उम्र तक निरोगी और सेहतमंद बने रहते हैं।

How to Take Out Toxins from Body

क्या आप जानते हैं जितना भी बाहर का जंक फूड, शराब, चीनी या मैदे से बनी हुई चीज़ें, धूम्रपान और यहां तक कि घर में बनी ज़्यादा तेल वाली चीज़ों को जब हम खाते हैं तो इस तरह की खाए गई चीज़ों का बुरा असर हमारे शरीर पर महीनों तक बरकरार रहता है। मोटापा त्वचा पर दाग धब्बे, बालों का पकना या सफेद होना, आंखों की कमजोरी, दिनभर थकान और आलस आना, दिमागी कमजोरी, शरीर के अलग अलग अंगों पर इन्फेक्शन, दिल, किडनी और लीवर से जुड़ी कई तरह की बीमारियां शरीर में विषैले पदार्थों की मात्रा बढ़ने की वजह से ही होती है। मिलावट के समय में अशुद्ध भोजन का मिलना असंभव सा हो गया है। फल और सब्जियों में कीटनाशक और पेस्टीसाइड्स के साथ साथ पैदावार को तेजी से बढ़ाने के लिए तरह तरह के केमिकल युक्त इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जाता है।

How to Take Out Toxins from Body

इतनी सारी अशुद्धियां जब हमारे शरीर में इकट्ठी होती है तो इसका सबसे बुरा असर हमारी किडनी और लीवर पर ही होता है और साथ ही लाख कोशिश करने के बावजूद भी शरीर का बड़ा हुआ मोटापा कम होने का नाम ही नहीं लेता। शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करवाकर बॉडी को न्यूट्रीशन देना और आराम पहुंचाना ही डिटॉक्सिफिकेशन कहलाता है। सरल भाषा में इसे शरीर का अंदरूनी शुद्धिकरण भी कहा जा सकता है। पेशाब और मल के ज़रिए जो भी वेस्ट हमारे शरीर से बाहर निकलता है, उसके अलावा भी कई विषैले पदार्थ हमारे शरीर में ही रह जाते हैं। डिटॉक्स करने से शरीर में जमे सभी विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जिससे किडनी, त्वचा, फेफड़े और आतें स्वस्थ रहती हैं। जिस दिन से आप डिटॉक्स को अपने रेगुलर लाइफ में ऐड करते हैं, उसी दिन से बॉडी पर इसका असर दिखना शुरू हो जाता है और धीरे धीरे इसके कई हेल्थ बेनिफिट हमें मिलने लगते हैं।

आइए जानते हैं कौन कौन सी चीजें हमारी बॉडी को तेजी से डिटॉक्स करती हैं? और फिर जानेंगे इसके कुछ अदभुत फायदों के बारे में।

एलोवेरा जूस – How to Take Out Toxins from Body

How to Take Out Toxins from Body
How to Take Out Toxins from Body

एलोवेरा जूस में लैक्सेटिव और एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है। इसे पीने से शरीर में भोजन को पचाने वाले बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ती है, जिससे पाचन हमेशा अच्छा रहता है। फाइबर की अधिकता होने से ये शरीर में फैट जमा होने से भी रोकता है और साथ ही शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनाता है। अगर आप अपने पाचन को बेहतर बना कर हेल्दी स्किन चाहते हैं तो एलोवेरा जूस को अपनी रेगुलर डाइट में जरूर शामिल करें।

व्हीटग्रास जूस – How to Take Out Toxins from Body

 How to Take Out Toxins from Body

How to Take Out Toxins from Body

व्हीटग्रास यानि कि गेहूं के ज्वारे का रस पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें बीटा कैरोटीन, विटामिन बी, विटामिन सी 90 अलग अलग मिनरल्स और 18 एमिनो एसिड्स पाए जाते हैं। आयरन की मात्रा इसमें पालक से भी ज्यादा होती है और इसमें 70% क्लोरोफिल पाया जाता है। हफ्ते में तीन बार या एक दिन छोड़कर वीट ग्रा। जूस का सेवन करने से शरीर का खून तेजी से साफ होता है तथा लीवर में जमी गंदगी भी बाहर निकलने लगती है। लगातार इसके सेवन से शरीर का ब्लड फ्लो भी बेहतर होने लगता है तथा त्वचा पर मौजूद दाग धब्बे और कालापन दूर होता जाता है। अगर आपका वजन बढ़ा हुआ है तो व्हीटग्रास जूस का निम्बू के रस के साथ सेवन करें।

बीटरूट- How to Take Out Toxins from Body

 How to Take Out Toxins from Body

How to Take Out Toxins from Body

बीटरूट यानि चुकंदर भी बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन सी और फॉस्फोरस प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक बीटरूट लीवर की रक्षा करने और बाइल फ्लो को बनाए रखने में मदद करता है। नियमित रूप से दिन में एक या दो बार चुकंदर का रस पीने से हमारा लिवर स्वस्थ रहता है और शरीर में खून की वृद्धि भी होती है। खाने के साथ अगर सलाद में चुकंदर को शामिल किया जाए तो यह भोजन पचाने में मदद करता है और साथ ही चर्बी जमने से भी रोकता है।

कहवा ग्रीन टी – How to Take Out Toxins from Body

कहवा ग्रीन टी एक साधारण ग्रीन टी से कई गुना ज्यादा फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें कई मसाले और ड्रायफ्रूट्स का मिश्रण होता है। वैसे तो इसे हर मौसम में पीया जा सकता है, लेकिन सर्दियों में इसे पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इसे पीने से दिनभर शरीर में अच्छी एनर्जी बनी रहती है और साथ ही हमारी बॉडी भी डिटॉक्स होती रहती है। चाहें तो आप इसे घर पर भी बना सकते हैं। ये मार्केट से बनी हुई भी ले सकते हैं। सबसे ज्यादा फायदेमंद कश्मीरी काउंटी मानी जाती है। ये पेट में जमी चर्बी को घटाने, पाचन को बेहतर बनाने, सर्दी, खांसी और बुखार को दूर रखने तथा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेहद फायदेमंद है।

एप्पल साइडर विनेगर- How to Take Out Toxins from Body

एप्पल साइडर विनेगर यानि कि सेब का सिरका भी डीटॉक्स करने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अंदर एसिटिक एसिड पाया जाता है जो कि शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाता है और बुरे बैक्टीरिया को खत्म करता है। हफ्ते में तीन बार या एक दिन छोड़कर एप्पल साइडर विनेगर पानी के साथ मिलाकर पीने से हमारा डाइजेशन इम्प्रूव होता है। मेटाबोलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में जमी चर्बी भी कम होने लगती है। जिन लोगों को सबकुछ खाने पर भी शरीर में कमजोरी बनी रहती है, उन्हें अपनी डाइट में एप्पल साइडर विनेगर को जरूर शामिल करना चाहिए।

नारियल पानी- How to Take Out Toxins from Body

नारियल पानी शरीर में जमा विषैले पदार्थो को सबसे जल्दी बाहर निकालता है। इसलिए आपने देखा होगा जब भी कोई व्यक्ति बीमार होता है या किसी हैल्थ इश्यू से रिकवर कर रहा होता है तो उसे हमेशा नारियल पानी पीने की सलाह जरुर दी जाती है। ताजे नारियल में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर के अंदरूनी सिस्टम को पूरी तरह क्लीन करते हैं और इसमें शरीर में जमे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने की गजब की क्षमता होती है। इन सभी के अलावा डिटॉक्स करते समय अपनी लाइफस्टाइल में भी कुछ चेंजेस करना बेहद जरुरी है। केवल तब ही इसका पूरा असर हमारी बॉडी पर नजर आ सकता है। सबसे पहले तो रोजाना एक्सरसाइज करना शुरू करें। सुबह या शाम के समय मात्र 30 से 45 मिनट की वॉक करने से भी शरीर में जमे टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और साथ ही डिटॉक्स प्रोसेस को और ज्यादा इफेक्टिव बनाता है। रेगुलर वर्कआउट हमारे स्वास्थ के साथ साथ हमारी त्वचा और हमारे ब्रेन के फंक्शन को भी इम्प्रूव करता है। पानी ज्यादा से ज्यादा पिए क्योंकि पानी की कमी शरीर में टॉक्सिन्स को बढाती है। बार बार पानी पीते रहने से बॉडी में जमे विषैले पदार्थ फ्लश होते रहते हैं। बाहर का जंक फूड कम से कम खाएं और अपनी डाइट में फ्रूट जूस और सलाद की मात्रा ज्यादा रखें।

अगर वीडियो अच्छा लगा हो तो इसे लाइक और शेयर करना ना भूलें और हमारे चैनल Fitness Secret को Subscribe करे और Visit on Health Darbar

]]>
https://healthdarbar.com/how-to-take-out-toxins-from-body/feed/ 0 शरीर में जमे सभी विषैले पदार्थों को तेजी से बाहर निकालें | How to Detox Your Body in 10 Minutes nonadult
पाचन शक्ति बढ़ाये | गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग, अपचन से छुटकारा पाएं Super Steps to Boost Digestive Health | How Can I Improve My Digestion Fast https://healthdarbar.com/super-steps-to-boost-digestive-health/ https://healthdarbar.com/super-steps-to-boost-digestive-health/#respond Wed, 02 Aug 2023 18:41:32 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2811

Table of Contents How Can I Improve My Digestion Fast | Super Steps to Boost Digestive Health

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

पाचन में कमी के कारण

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

दोस्तो हमारे शरीर की सारी गतिविधि हमारे पाचन से जुडी होती है। इसलिए पाचन में आई गड़बड़ी का असर हमारी त्वचा बाल, आँखे, दिमाग और सभी अंदरूनी अंगों पर भी पड़ता है। पाचन प्रक्रिया में अलग अलग इंटर्नल ऑर्गन एक साथ मिलकर काम करते हैं और खाए गए भोजन को पचाकर। इसमें मौजूद जरूरी पोषक तत्वों से शरीर को एनर्जी प्रदान करने का काम करते हैं। जब खाया गया भोजन बहुत जल्दी या बहुत देर से पचता है। खायी गयी चीजें शरीर को नहीं लगती। बार बार या बहुत कम भूख लगती है। सुबह उठते ही पेट साफ़ नहीं होता या दिन भर में बार बार फ्रेश होने जाना पड़ता है तो ऐसी स्थिति पाचन की कमजोरी का संकेत होती है। पाचन कमजोर होने की वजह से गैस, एसिडिटी, पेट दर्द, छाती में जलन, अपचन, कब्ज़, सरदर्द, आलस, थायराइड, प्रोबलम, दस्त, त्वचा पर दाग धब्बे और पिंपल्स, आतों में सुजन और सड़न, एंजाइटी और स्ट्रेस। रात को नींद ना आना, घबराहट, पाइल्स और हड्डियों में दर्द जैसी समस्या होना शुरू हो जाती है। क्योंकि जब भोजन पचता नहीं है तो ये हमारे पेट में ही सड़ने लगता है जिसकी वजह से कई तरह की बीमारियां होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। कमजोर पाचन भोजन के सभी पोषक तत्वों को एब्जॉर्ब करने में असमर्थ होता है, जिसकी वजह से शरीर में हमेशा किसी न किसी न्यूट्रिएंट की कमी बनी ही रहती है। कभी आँखों की कमजोरी तो कभी बालों का पकना और झड़ना शरीर में ताकत की कमी और कमजोरी की शुरुवात खराब पाचन से ही होती है। इसलिए पाचन का हमेशा सही तरह से काम करना बहुत जरुरी होता है। आज के इस Blog में हम जानेंगे कुछ ऐसी गलतियों के बारे में जो हमारे पाचन को खराब करने और कमजोर बनाने के लिए जिम्मेदार होती है और साथ ही हम बात करेंगे कुछ जरुरी टिप्स और बेहद असरदार घरेलू नुस्खों की जिनकी कुछ ही दिनों के इस्तमाल से पाचन पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत हो जाएगा और साथ ही पेट से जुडी हर तरह की समस्या पूरी तरह दूर हो जाएगी।

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

पाचन में सुधार कैसे करें

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

सबसे पहले बात करते हैं पाचन को सुधार कर स्वस्थ बनाने वाले कुछ असरदार नुस्खों की~ हमारे शरीर में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं। पाचन के कमजोर होने की सबसे मुख्य वजह होती है पेट में अच्छे बैक्टीरिया की कमी होना। अच्छे बैक्टीरिया की कमी से पेट और आतों में भोजन को पचाने वाले पाचक रस की कमी आ जाती है, जिससे भोजन ठीक तरह से नहीं पचता और खाने के बाद पेट फूलना, भारीपन, खट्टी डकारें, अपचन, एसिडिटी और गैस जैसी समस्या होने लगती है। दही एक प्रोबायोटिक फूड की श्रेणी में आता है। दही और जीरे का मिश्रण पेट में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाने और पाचन की स्थिति को सुधारने के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है। एक कटोरी दही में एक चम्मच मिश्री पाउडर, आधा चम्मच भुने हुए जीरे का पाउडर और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर रोजाना इसका दिन में खाना खाने के बाद सेवन करें। रोजाना इसके सेवन से पाचन के लिए जरुरी अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा शरीर में बढ़ती जाती है और पाचन शक्ति पहले से ज्यादा मजबूत होती जाती है। खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से पाचन प्रक्रिया तेज होती है और साथ ही यह हमारे मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने तथा पेट को ठंडक प्रदान करने के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। हर बार खाना खाने के बाद 1 से 2 चम्मच सौंफ चबा चबा कर खाएं। मिठास के लिए सौंफ के साथ मिश्री का सेवन भी किया जा सकता है। सौंफ खाने से मुंह में लार की मात्रा बढ़ती है जो कि भोजन को तेजी से पचाने में बहुत फायदेमंद होती है। जिन लोगों को खाने के बाद खट्टी डकारें, ब्लोटिंग या सीने में जलन होने जैसी समस्या रहती है। उन्हें खाने के बाद सौंफ जरूर खाना चाहिए।

कई लोगों के पेट में पैंक्रियाटिक जूसेस एसिड्स की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से खाना पेट में ठीक तरह से नहीं पचता। ऐसे में खाना खाने से पहले एक कप पानी में एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच निम्बू का रस मिलाकर पीएं। या फिर एक अदरक के टुकड़े को निम्बू के रस में भिगो कर चबा चबाकर खा लें। ऐसा करने से हमारा पेट भोजन को पचाने के लिए तैयार हो जाता है और इससे पाचक रस भी भरपूर मात्रा में बनते हैं। रात के भोजन के 1 से 2 घंटे बाद हल्दी वाले दूध का सेवन करें। सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करने से पाचन अच्छा होता है। सुबह पेट भी खुल कर साफ होता है और साथ ही शरीर की बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी बढ़ती है। अब बात करते हैं पाचन किन-किन कारणों से कमजोर होता है? यह सबसे आम गलती है जिस पर आज 90% लोग ध्यान नहीं दे रहे। क्या आप जानते हैं? किसी भी चीज को खाते समय वह 50% हमारे मुंह में ही पच जाती है और बचा हुआ 50% उसे हमारा पेट पचाता है। जल्दीबाजी में जब हम भोजन को ठीक तरह से नहीं चबाते तो बाद में हमारे पेट को इसे पचाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है और धीरे धीरे हमारा पाचन कमजोर होने लगता है। इसलिए हमेशा भोजन धीरे धीरे और अच्छी तरह चबा चबा कर खाएं।

अच्छे पाचन के लिए शरीर में पानी का भरपूर मात्रा में होना जरुरी है। जो लोग पानी कम पीते हैं उन्हें अक्सर कब्ज और अपचन की समस्या रहती है। इसलिए दिन भर के दौरान कम से कम 6 से 7 गिलास पानी जरूर पिएं। जिन लोगों का रोजाना भोजन करने का समय निर्धारित नहीं होता, उनका पाचन हमेशा गड़बड़ाया हुआ ही रहता है। कभी जल्दी कभी देर से भोजन करने से हमारा डाइजेशन पूरी तरह डिस्टर्ब हो जाता है और पेट संबंधित समस्याएं लगातार बनी रहती है। मैदे से बनी हुई चीजें हमारे पाचन की दुश्मन होती है। सफेद ब्रेड, पाव, बेकरी फूड और बिस्किट जैसी मैदे से बनी हुई चीजों का कम से कम सेवन करें क्योंकि इनमें ग्लूटेन की मात्रा अधिक होती है जो हमारे पाचन की गति को धीमा बनाती है। इंस्टेंट कुकिंग के लिए आजकल ज्यादातर चीजें पैकेट में मिलने लगी है। हमारा पेट फ्रेश यानि की ताजी चीजों को ही सबसे बेहतर तरीके से बचा पाता है और ताजी बनी चीजें ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद भी होती है। ज्यादतर पैकेट में मिलने वाली चीजों को 1 से 2 साल तक खराब होने से बचाए रखने के लिए प्रिजर्वेटिव का इस्तमाल किया जाता है। साथ ही लंबे समय तक स्वाद भी बरकरार रहे, उसके लिए इनमें कई तरह के टेस्ट इनहेनसर केमिकल्स (Taste Enhancer Chemical) का भी इस्तमाल होता है।

How Can I Improve My Digestion Fast|Super Steps to Boost Digestive Health

इसलिए पैकेट में मिलने वाली चीजों का ज्यादा सेवन करने से हमारी पाचन शक्ति धीमी और कमजोर होने लगती है। इन सभी चीजों के अलावा खाने से जुड़े कुछ जरुरी नियम भी है, जिनका पालन नहीं करने से पाचन तो खराब होता ही है। साथ ही कई तरह की नई नई बीमारियां भी शरीर में पैदा होने लगती है। तो उम्मीद करते है कि आपको सब समझ आ गया होगा।

अगर वीडियो अच्छा लगा हो तो इसे लाइक और शेयर करना ना भूलें और हमारे चैनल Fitness Secret को Subscribe करे और Visit on Health Darbar

]]>
https://healthdarbar.com/super-steps-to-boost-digestive-health/feed/ 0 पाचन शक्ति बढ़ाये | गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग, अपचन से छुटकारा पाएं | How To Improve Digestion Naturally nonadult
11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope | रस्सी कूदने से ये 11 अद्भुत फायदे https://healthdarbar.com/11-amazing-health-benefits-of-skipping-rope/ https://healthdarbar.com/11-amazing-health-benefits-of-skipping-rope/#respond Fri, 07 Jul 2023 16:46:14 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2207

Table of Contents 11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

दोस्तो, इस Blog में हम बात करेंगे कि आपकी बॉडी में क्या बदलाव होंगे, अगर आप रोजाना रस्सी कूदना शुरू कर दें तो। रस्सी कूदना एक बहुत ही अंडररेटेड एक्सरसाइज है, पर पिछले कुछ सालों से इस एक्सरसाइज की पॉप्युलैरिटी काफी बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह है। इससे होने वाले बेशुमार फायदे। पर अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो इससे होने वाले फायदों को नहीं जानते। तो अगर आप भी एक ऐसे पर्सन हैं जो फिटनेस में इंट्रेस्ट रखते हैं, तो आपको रस्सी कूदने से होने वाले फायदे चौंका सकते हैं। बस आपको उसके लिए इस विडियो को पूरा देख लेना है तो क्या आप अपनी बॉडी का फैट घटाना चाहते हैं या फिर अपनी बॉडी में ताकत और शक्ति बढ़ाना चाहते हैं तो रस्सी कूदने से इस तरह के सभी फिटनेस गोल्स आप पा सकते हैं। इसके अलावा ये आपके इंजरी होने का खतरा कम करने के साथ ही आपको हार्ट की बीमारियों से भी बचाती है। तो अगर और फायदे जानना चाहते हैं तो बने रहिए इस वीडियो में क्योंकि आगे हम बात करेंगे कि अगर आप रोज रस्सी कूदना शुरू कर देते हैं तो उससे आपकी बॉडी में क्या बदलाव होते हैं। फायदों से पहले यह जानते हैं कि आपको ये एक्सरसाइज कितनी देर करनी है तो अगर आप एक बिगिनर  हैं यानी, शुरुआत कर रहे हैं तो हफ्ते में 1 से 3 टाइम ही आपको रस्सी कूदना है और 1 से 5 मिनट के लिए ही एक टाइम पर कूदना है। पर अगर आप पहले से रस्सी कूदते हैं या फिर डेली कोई भी वर्कआउट करते हैं तो आप हफ्ते में 5 से 6 बार रस्सी कूद सकते हैं और एक बार में 15 मिनट या 30 मिनट या उससे ज्यादा भी कूद सकते हैं।

चलिए अब आते हैं अपने टॉपिक पर कि रोजाना रस्सी कूदना यानि जंपरोप करना आपकी बॉडी में क्या काम करता है। तो रस्सी कूदना आपकी बॉडी में 11 बदलाव करता है, जिन्हें एक एक करके हम जानेंगे। पर उससे पहले दोस्तो, इसी  तरह की फिटनेस से रिलेटेड डिटेल्ड विडियोज के लिए आप हमारे चैनल फिटनेस सीक्रेट को जरूर सब्सक्राइब कर लें, तो क्या बदलाव होते हैं आपकी बॉडी में रस्सी कूदने से।

1. कैलोरीज बर्न

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आप बहुत सारी कैलोरीज बर्न करते हैं। तो अगर आप एक ऐसे इंसान हैं जो अपने एक्स्ट्रा वेट को कम करना चाहते हैं या फिर अपने वेट को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो रस्सी कूदना इसमें आपकी बहुत मदद करता है क्योंकि रस्सी कूदना एक कार्डियो एक्सरसाइज है। तो इसमें आपका हार्ट काफी तेजी से काम करने लगता है। जिसके लिए आपकी बॉडी को और ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है और इसके लिए आपकी बॉडी को और ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और इसी के रिजल्ट में आप काफी कैलोरीज बर्न कर पाते हैं। कम टाइम में।

2. मसल्स स्ट्रॉन्ग

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपके लेग मसल्स स्ट्रॉन्ग बनते हैं। रस्सी कूदने में आप बहुत बार अपने पैरों पर जोर डालकर ऊपर नीचे उछलते हैं, जिससे आपको बाकी सारे फायदे तो मिलते ही हैं पर साथ में आपकी एक बेहतरीन लेग्स ट्रेनिंग भी हो जाती है। अलग-अलग स्टडीज ने ये साफ कर दिया है कि रेगुलर रस्सी कूदने से आपके पैरों की ताकत बढ़ती है। पैरों की कंप्लीट मसल्स स्ट्रेन होती है और साथ ही आपके दौड़ने की गति भी अच्छी हो जाती है। क्योंकि जंपरोप आपके लेग्स की मेजर मसल्स जैसे काफ, क्वार्ट्स हैमस्ट्रिंग और लूप्स को अच्छे से ट्रैन कर देती है। तो जब आप रेगुलर जंपरोप करते हैं तो आपकी कंप्लीट लैग, मसल्स, मस्कुलर और स्ट्रांग हो जाती है और अगर आप जंपरोप करते हैं या शुरू करना चाहते हैं तो आपको अच्छे स्नीकर्स के साथ इसे करना चाहिए। क्योंकि अगर सही शूज के साथ आप इसे नहीं करते तो शूज के अंदर आपके पैरों को डिस कम्फर्ट हो सकता है तो इसे स्नीकर्स के साथ ही करना जरूरी है।

3. हड्डियां मजबूत

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपकी हड्डियां मजबूत होती हैं। रेगुलर रस्सी कूदते रहने से कुछ टाइम बाद आपकी बोन्स यानी हड्डियां मजबूत हो जाती हैं। जब आप रस्सी कूदते हैं तो इससे आपकी हड्डियों पर इस स्ट्रेस बढ़ता है और ये स्ट्रेस आपकी हड्डियों के लिए अच्छा होता है क्योंकि इसी स्ट्रेस से आपकी हड्डियां रियेक्ट करने के लिए और इसी स्ट्रेस को अटेंप्ट करने के लिए मजबूर हो जाती हैं और इसी के रिजल्ट में आपकी हड्डियों की डेंसिटी बढ़ती है। इससे ओवरऑल आपकी हड्डियां मजबूत बनती हैं। इससे आपकी हड्डियां फ्रैक्चर भी जल्दी से नहीं होती। इसके अलावा इससे आप उम्र बढ़ने पर होने वाले घुटनों के दर्द जैसे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी परेशानियों के खतरे को भी कम से कम कर पाते हैं।

4. एंड्यूरेंस बढ़ता है

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपका एंड्यूरेंस बढ़ता है। रस्सी कूदना एक हाई इंटेंसिटी वर्कआउट है जो कि एक फिट इंसान की भी साँस फुला देता है। पर इसे करना आपके टाइम का एक बेहतर इस्तेमाल है क्योंकि आपके कार्डियोवस्कुलर एंड्यूरेंस को बढ़ाने के लिए ये एक जबरदस्त एक्सरसाइज है। इसके साथ ही बेहतरीन तरीके से ये आपके मस्कुलर एंड्यूरेंस को भी बढ़ाता है, जिसे आप किसी भी मेहनत वाले काम को लगातार लंबे टाइम तक करने के बाद भी थकते नहीं हैं।

5. बॉडी टोन्ड बनती है

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपकी बॉडी टोन्ड बनती है, जिससे आप ज्यादा अट्रैक्टिव दिखाई देने लगते हैं। रस्सी कूदना आपकी लेग  मसल्स को  ट्रैन करके इन्हें अच्छी शेप तो देता ही है, पर रस्सी कूदने में आपकी पूरी बॉडी इन्वॉल्व होती है, जिससे आपके एब्स आर्म्स और लोअर बॉडी इसमें काफी अच्छे से ट्रेन होती है और कंप्लीट बॉडी से एक्स्ट्रा फैट खत्म होता है और रिजल्ट में आपकी बॉडी टोन्ड बनती है, जिससे पहले से ज्यादा अट्रैक्टिव आप दिखाई देने लगते हैं और आपके अंदर कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। इसके साथ ही ये आपके कार्डियोवस्कुलर और रेस्पिरेटरी सिस्टम को भी हेल्दी कर देती है।

6. हार्ट हेल्दी बनता है

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपका हार्ट हेल्दी बनता है। रस्सी कूदना, एक। ऐसी कार्डियो एक्सरसाइज है जिसे लंबे टाइम तक करना आपके हार्ट की हेल्थ के लिए काफी अच्छा होता है। जंपरोप पर हुई सैकड़ों स्टडी से यह पता चलता है कि इसे करने से आप कार्डिओ वैस्कुलर बीमारियों जैसे हाइपरटेंशन और डायबिटीज के खतरे को भी कम कर पाते हैं। इसके अलावा हार्ट अटैक के खतरे भी इससे कम हो जाते हैं और अपने मोटापे को भी आप इससे कंट्रोल कर पाते हैं।

7. हार्ट और ग्रिप मजबूत होती है

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपका हार्ट और ग्रिप मजबूत होती है। ज्यादातर लोग सिर्फ ज्यादा दिखाई देने वाली मसल्स पर फोकस करते हैं। जैसे एब्स, आर्म्स और चेस्ट पर आपको अपने हाथों और ग्रिप पावर को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि अपने हाथों का इस्तेमाल आप अलग-अलग एक्सरसाइजेज में करते हैं और रोजाना के कामों में भी आपके हाथ और हाथों की ग्रिप का इस्तेमाल होता है तो रस्सी कूदने से आपके हाथ और हाथों की ग्रिप मजबूत होती है, जिससे आपको रोजाना के बहुत सारे कामों में फायदा मिलता है।

8. इंजरी के चांस कम

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपकी इंजरी होने के चांस कम हो जाते हैं। जंपरोप में आप ऊपर नीचे कूदने के लिए अपने पैरों के तलवो   का इस्तेमाल काफी ज्यादा करते हैं, जिससे कुछ टाइम बाद आपके पैरों के तलवे मजबूत हो जाते हैं और इससे आपको इंजरी होने के चांस काफी कम हो जाते हैं, क्योंकि आपकी एड़ियां पैरों के तलवे और घुटने इस एक्सरसाइज से ट्रैन होते हैं क्योंकि इन पार्ट्स में मौजूद टेंडुमस और लिगामेंट रस्सी कूदने से लगातार एक्टिवेट रहते हैं, जिसकी वजह से आपके नींव यानी घुटने, एंकल यानी एड़ी और पीठ यानी पैरों के तलवे, ठोस और अंदर से मजबूत हो जाते हैं, जिससे पैरों की किसी भी तरह के इंजरी के चांस बहुत कम हो जाते हैं।

9. फेफड़ो की कैपेसिटी

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपके लंग्स यानी फेफड़ो की कैपेसिटी बढ़ती है और ये हेल्दी होते हैं। जब आप रस्सी कूदते रहते हैं तो कुछ समय बाद आपके लंग्स की कैपेसिटी काफी इम्प्रूव हो जाती है। जिससे थका देने वाले कामों में भी आप थकते नहीं है और लंबे टाइम तक दौड़ना चलते रहना या सीढ़ियां उतरते, चढ़ते रहना जैसे कामों में भी आप थकते नहीं हैं। साथ ही लंग्स की बीमारियों के खतरे भी आपके काफी कम हो जाते हैं।

10. मेंटल हैल्थ इम्प्रूव होती है

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपकी मेंटल हैल्थ इम्प्रूव होती है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि रेगुलर फिजिकल ऐक्टिविटी करते रहने से आपकी लाइफ की क्वालिटी इम्प्रूव होती है और आपकी मेंटल हैल्थ भी अच्छी होती है। रस्सी कूदने जैसी कार्डियो एक्सरसाइज में ये प्रूव हो चुका है कि अगर दिन में सिर्फ 15 मिनट भी आप रस्सी कूदते हैं तो आपके अंदर से सैडनेस खत्म होती है और हाई लेवल के डिप्रेशन को भी काफी कम टाइम में ही यह खत्म कर देती है। इसके अलावा डिमेंशिया जैसी मेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारी को भी यह खत्म कर सकता है और सुबह में इसे करने से आप पूरे दिन हल्का और खुशी से भरा हुआ महसूस करते हैं।

11. कोऑर्डिनेशन इम्प्रूव होती है

11 Amazing Health Benefits of Skipping Rope

आपकी कोऑर्डिनेशन इम्प्रूव होती है। दोस्तो, जब आप जंपरोप शुरुआत करते हैं तो रस्सी बहुत सी बार आपके पैरों में उलट जाती है, जिसे आप लगातार इसे नहीं कर पाते। पर अगर आप इसकी प्रैक्टिस करते रहते हैं तो कुछ ही टाइम में इसमें आपका कोऑर्डिनेशन इम्प्रूव हो जाता है, जिससे आप लगातार इस एक्सरसाइज को अच्छे से  परफॉर्म कर पाते हैं, जिससे आप कम टाइम में ज्यादा जंपरोप करके ज्यादा बेनेफिट्स ले पाते हैं।

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

]]>
https://healthdarbar.com/11-amazing-health-benefits-of-skipping-rope/feed/ 0 गर्मियों में रस्सी कूदने से ये 11 अद्भुत फायदे | 11 Benefits of JUMP ROPE nonadult
How to Detox Liver | How to Strong Liver https://healthdarbar.com/how-to-detox-liver-how-to-strong-liver/ https://healthdarbar.com/how-to-detox-liver-how-to-strong-liver/#respond Fri, 02 Jun 2023 17:27:48 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2332 How to Detox Liver, How to Strong Liver

How to Detox Liver/How to Strong Liver

आसानी से करें अपना Liver साफ बचे 80 से ज्यादा बीमारियों से How to Detox Liver/How to Strong Liver

Cleanse Your Liver with 2 Ingredients

How to Detox Liver

दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि किशमिश का पानी हमारी सेहत के लिए कितना अच्छा हो सकता है और खासकर अगर किशमिश खाने और इसके पानी के इस्तेमाल का सही तरीका पता हो तो यह हमारे लीवर के लिए चमत्कारी रूप से लाभदायक हो सकता है। आज के इस विडियो में हम जानेंगे किशमिश का पानी कैसे तैयार किया जाए?


किशमिश का पानी हमारे लिवर की रासायनिक क्रियाओं को बढ़ाता है जिससे कि हमारा खून बहुत तेजी से साफ होने लगता है। यदि आप इसका चार दिनों तक लगातार सेवन करते हैं तो आप देखेंगे कि आपकी पाचन शक्ति पहले से ज्यादा बढ़ जाएगी और साथ ही आप अपने शरीर में पहले से ज्यादा ऊर्जा महसूस करेंगे। क्या आपको पता है कि किशमिश के पानी के लाभ क्या हैं? कई तरह की बीमारियों में सुबह के समय किशमिश खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे शरीर में जमे खराब कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा मिलता है और साथ ही यह बॉडी में ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करके कब्जियत और पेट से जुड़ी कई दूसरी समस्याओं को भी पूरी तरह खत्म कर देता है।

How to Detox Liver, How to Strong Liver

How to Detox Liver/How to Strong Liver
किशमिश एंटी ऑक्सीडेंट का एक प्राकृतिक स्रोत है इसलिए इसका इस्तेमाल दिल और लिवर से जुड़ी कई तरह की बीमारियों के लिए पुराने समय से किया जाता आ रहा है। किशमिश का पानी हमारे शरीर को तेजी से डीटॉक्स करता है, जिसका सीधा असर हमारी किडनी और लिवर पर होता है। खराब खान पान और बहार का भोजन तथा शराब आदि का सेवन करने से हमारे लीवर में गंदगी जमा होती जाती है और साथ ही वह कमजोर भी होता जाता है, जिसकी वजह से खराब लिवर का असर हमारी सेहत के साथ साथ हमारी त्वचा पर भी नजर आने लगता है। ऐसे में यदि आप एक महीने में एक बार लगभग चार दिन लगातार किशमिश के पानी का सेवन करते हैं तो इससे शरीर पूरी तरह डिटॉक्स होता है। साथ ही लीवर और किडनी की अच्छी तरह सफाई भी हो जाती है और शरीर में जमा सारे विषैले पदार्थ बहार निकल जाते हैं। किशमिश का पानी पाचन को मजबूत बनाता है क्यूंकि यह हमारे द्वारा खाए गए भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को हमारे शरीर में पूरी तरह पहुंचाता है और साथ ही यह पेट के पाचक ज्यूस की मात्रा को भी बढ़ाता है। जब आप इसका पानी पीना शुरू करेंगे तो मात्र दो दिन में ही आपको फर्क दिखना शुरू हो जाएगा। चलिए जान लेते हैं किशमिश का पानी कैसे तैयार करना है?

सामग्री- 400 एमएल यानि की दो कप पानी और 150 ग्राम किशमिश। इसमें हमें केवल ऐसी किशमिश का ही इस्तेमाल करना है जिनका रंग गहरा हो और साथ ही वे ज्यादा नरम या ज्यादा सख्त नहीं होना चाहिए। सबसे पहले किशमिश को अच्छी तरह से धो कर साफ कर लें। दो गिलास पानी को अच्छी तरह गरम करें और इसमें किशमिश मिलाकर लगभग 20 मिनट के लिए उबलने दें। इसके बाद गैस को बंद कर के किशमिश को रात भर उसी पानी में गलने के लिए रख दें। उसके बाद सुबह इसे दुबारा हल्का पीने लायक गरम करें और छानकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। ध्यान रहे कि इसका सेवन करने के कम से कम आधे घंटे तक हमें किसी भी चीज का सेवन नहीं करना है। खून की और लिवर की सफाई अच्छी तरह से हो, इसलिए इसका चार दिनों तक लगातार सुबह खाली पेट सेवन करना जरुरी है और साथ ही उन चार दिनों तक कोई भी ऐसी चीज जो हमारे शरीर में चर्बी पैदा करती हो उनका सेवन ना करें। उसकी जगह अगर आप ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों का सेवन करते है तो यह इस प्रक्रिया को और ज्यादा असरदार बनाता है।

अगर आप लिवर से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से परेशान है या आपकी त्वचा पर अक्सर दाग धब्बे या मस्से होते रहते है तो इस नुस्खे का इस्तेमाल जरुर करें। अगर आपको आज का यह वीडियो पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर जरुर करें और किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हो तो कमेंट के जरिये हमें जरूर बताएं। आगे भी इस तरह के और वीडियोस के लिए हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब करना ना भूले। तो मिलते हैं अगले विडियो के साथ।

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

How to Detox Liver
]]>
https://healthdarbar.com/how-to-detox-liver-how-to-strong-liver/feed/ 0 आसानी से करें अपना लिवर साफ और बचे 80 से ज्यादा बीमारियों से | Liver ko strong kaise banaye nonadult
Migraine Pain Headache Instant Relief : सिर्फ 10 मिनट में माइग्रेन से छुटकारा पाएं https://healthdarbar.com/migraine-pain-headache-instant-relief/ https://healthdarbar.com/migraine-pain-headache-instant-relief/#respond Fri, 02 Jun 2023 17:21:42 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2323
Table Contents of Migraine Pain Headache Instant Relief
Migraine Pain Headache Instant Relief

Migraine Pain Headache Instant Relief

हर व्यक्ति कभी ना कभी सरदर्द का शिकार हो ही जाता है। साधारण सरदर्द की समस्या ज्यादातर आँखों में थकान धूप में ज्यादा समय बिताने, गलत तरीके से सोने या नींद पूरी नहीं होने और खान पान में गडबडी आने के कारण होती है। इसके अलावा कई बार सर्दी, जुखाम, बुखार या बहुत ज्यादा थकान या टेंशन होने पर भी सर में दर्द होने लगता है। जब सरदर्द कभी कभी या कम समय के लिए ही होता है तो इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। लेकिन जब सर में बार बार या लंबे समय तक दर्द होने लगे तब ये माइग्रेन की समस्या भी हो सकती है।

What is Migraine ?

Migraine Pain Headache Instant Relief

Migraine Pain Headache Instant Relief
माइग्रेन एक बहुत ही दर्दनाक और गंभीर बीमारी है। साथ ही ये समय के साथ साथ बढ़ती भी जाती है। माइग्रेन को समझना और इसका इलाज करना एक पेचीदा काम है। इसलिए अक्सर लोग कहते हैं कि माइग्रेन में होने वाले दर्द से छुटकारा पाना खुद अपने आप में एक सरदर्द बन जाता है क्यूंकि माइग्रेन का दर्द एक से अधिक कारणों से हो सकता है और साथ ही अलग अलग लोगों में इसके होने की वजह भी अलग होती है। कई बार ये दर्द इतना बढ़ जाता है कि इसके कारण कोई भी काम कर पाना असंभव हो जाता है और हमारे पास दवाइयां खाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता। ऐसा होने पर धीरे धीरे दवाईयों की आदत पड़ने लग जाती है, जिसका हमारे पेट और किडनी पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। दवाई खाना किसी भी स्थिति में सरदर्द या माइग्रेन को ठीक करने का सही तरीका नहीं होता। इस बीमारी को केवल अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर और कुछ आसान घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करके ही हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। क्यूंकि सिर्फ इन तरीकों से ही इस बीमारी की जड़ पर असर होता है और बार बार सरदर्द या माइग्रेन की समस्या पूरी तरह ठीक हो जाती है। आज के इस विडियो में हम बात करेंगे कुछ ऐसे ही असरदार घरेलू नुस्खों और सावधानियों के बारे में जिनके पहले इस्तेमाल से ही सरदर्द और माइग्रेन की समस्या में फर्क नजर आने लगेगा और साथ ही लगातार इनके इस्तेमाल से ये बीमारी कम समय में ही पूरी तरह ठीक हो जाएगी। इसमें जो पहला नुस्खा है उसे बनाने के लिए हमें ज़रूरत होगी।

Migraine Pain Headache Instant Relief

Migraine Pain Headache Instant Relief

बादाम का तेल, गुलाब जल, चंदन पाउडर और पेपरमिंट Oil

बादाम का तेल, गुलाब जल, चंदन पाउडर और पेपरमिंट Oil की। सबसे पहले एक चम्मच बादाम के तेल में लगभग पाँच बूंद पेपरमिंट ऑयल डालकर इससे अपने सर और फोरहेड की 5 से 10 मिनट अच्छी तरह से मसाज करें। पेपरमिंट आयल हमारे दिमाग की नसों को शांत करता है तथा तेज़ हो रहे सरदर्द में तुरंत राहत भी मिलती है। 5 से 10 मिनट हल्के हाथों से मसाज करने के बाद एक चम्मच चंदन पाउडर में एक चम्मच गुलाबजल और 7 से 8 बूँद पेपरमिंट ऑयल मिलाकर इसका एक पेस्ट तैयार कर लें। उसके बाद इस पेस्ट को अपने फोरहेड यानि की पूरे माथे पर अच्छी तरह लगा लें। चंदन का इस्तेमाल आयुर्वेद में पुराने समय से किया जाता रहा है। इसके अंदर कूलिंग प्रॉपर्टीज होती है जो की ना सिर्फ हमारे दिमाग को ठंडक प्रदान करती है बल्कि दिमागी थकान और स्ट्रेस को भी दूर करती है।

माइग्रेन की प्रॉब्लम में मसाज और चंदन के पेस्ट का इस्तमाल रोज़ाना रात को सोने से पहले या सुबह उठने के बाद 15 से 20 मिनट के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा एक और नुस्खा है वो है बादाम का तेल और गाय का घी। माइग्रेन होने पर दिमाग की नसों में सूखापन और कमजोरी आ जाती है, जिससे की थकान होने पर या लगातार रौशनी के संपर्क में रहने से हमारा दिमाग उसे सहन नहीं कर पाता और इस वजह से आँखों के आस पास और सर में दर्द होना शुरू हो जाता है। ऐसे में इस कमजोरी को दूर करने के लिए गाय का घी और बादाम का तेल बहुत अधिक फायदेमंद होते हैं। घी को हल्का गर्म कर ले और रोज़ाना रात को सोने से पहले ड्रॉपर की मदद से एक एक बूंद अपनी दोनों नाक में डालकर लेट जाएँ। उसके बाद धीरे धीरे गहरी साँस लें। ऐसा करने से घी का कुछ अंश हमारे गले में और कुछ अंश हमारे दिमाग तक पहुँच जाता है। ठीक इसी तरह से बादाम के तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन एक बार में घी और बादाम के तेल में से किसी एक चीज़ का ही इस्तेमाल करें और अगर आप बादाम के तेल का इस्तमाल कर रहे हैं तो केवल रोगन बादाम के तेल का ही इस्तेमाल करें। सर में लगने वाले बादाम के तेल का यूज़ बिल्कुल भी ना करें। अगर आप रोजाना रात को अपनी नाक में गाय का शुद्ध देसी घी डालकर सोते हैं तो मात्र सात दिनों में ही आपको इस समस्या में कमाल का फर्क नजर आने लगेगा और धीरे धीरे ये बीमारी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। लेकिन ध्यान रहे कि घी केवल शुद्ध देसी और गाय का ही होना चाहिए तब ही इससे आपको जल्दी परिणाम प्राप्त होंगे।

माइग्रेन के अगले Blog में हम जानेंगे कुछ खाए जाने वाले नुस्खों के बारे में जिसे करते ही अचानक होने वाले सर दर्द में आराम मिलता है। और अगर आपको ये Blog पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। कॉमेंट करें

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

]]>
https://healthdarbar.com/migraine-pain-headache-instant-relief/feed/ 0 2 चीज़ो जो सरदर्द और माइग्रेन के लिए सबसे असरदार होती है | Migraine Pain Headache Instant Relief nonadult
How to Improve Digestion Naturally | पाचन शक्ति बढ़ाये | गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग, अपचन से छुटकारा पाएं https://healthdarbar.com/how-to-improve-digestion-naturally/ https://healthdarbar.com/how-to-improve-digestion-naturally/#respond Fri, 02 Jun 2023 17:18:04 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2314
Table Contents of How to Improve Digestion Naturally
How to Improve Digestion Naturally

How to Improve Digestion Naturally

Week Digestion – पाचन की कमजोरी

दोस्तो हमारे शरीर की सारी गतिविधि हमारे पाचन से जुडी होती है। इसलिए पाचन में आई गड़बड़ी का असर हमारी त्वचा बाल, आँखे, दिमाग और सभी अंदरूनी अंगों पर भी पड़ता है। पाचन प्रक्रिया में अलग अलग इंटर्नल ऑर्गन एक साथ मिलकर काम करते हैं और खाए गए भोजन को पचाकर। इसमें मौजूद जरूरी पोषक तत्वों से शरीर को एनर्जी प्रदान करने का काम करते हैं। जब खाया गया भोजन बहुत जल्दी या बहुत देर से पचता है। खायी गयी चीजें शरीर को नहीं लगती। बार बार या बहुत कम भूख लगती है। सुबह उठते ही पेट साफ़ नहीं होता या दिन भर में बार बार फ्रेश होने जाना पड़ता है तो ऐसी स्थिति पाचन की कमजोरी का संकेत होती है।

पाचन कमजोर होने की वजह से गैस, एसिडिटी, पेट दर्द, छाती में जलन, अपचन, कब्ज़, सरदर्द, आलस, थायराइड, प्रोबलम, दस्त, त्वचा पर दाग धब्बे और पिंपल्स, आतों में सुजन और सड़न, एंजाइटी और स्ट्रेस। रात को नींद ना आना, घबराहट, पाइल्स और हड्डियों में दर्द जैसी समस्या होना शुरू हो जाती है। क्योंकि जब भोजन पचता नहीं है तो ये हमारे पेट में ही सड़ने लगता है जिसकी वजह से कई तरह की बीमारियां होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। कमजोर पाचन भोजन के सभी पोषक तत्वों को एब्जॉर्ब करने में असमर्थ होता है, जिसकी वजह से शरीर में हमेशा किसी न किसी न्यूट्रिएंट की कमी बनी ही रहती है। कभी आँखों की कमजोरी तो कभी बालों का पकना और झड़ना शरीर में ताकत की कमी और कमजोरी की शुरुवात खराब पाचन से ही होती है। इसलिए पाचन का हमेशा सही तरह से काम करना बहुत जरुरी होता है।

आज के इस Blog में हम जानेंगे कुछ ऐसी गलतियों के बारे में जो हमारे पाचन को खराब करने और कमजोर बनाने के लिए जिम्मेदार होती है और साथ ही हम बात करेंगे कुछ जरुरी टिप्स और बेहद असरदार घरेलू नुस्खों की जिनकी कुछ ही दिनों के इस्तमाल से पाचन पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत हो जाएगा और साथ ही पेट से जुडी हर तरह की समस्या पूरी तरह दूर हो जाएगी।

सबसे पहले बात करते हैं पाचन को सुधार कर स्वस्थ बनाने वाले कुछ असरदार नुस्खों की~

How to Improve Digestion Naturally

How to Improve Digestion Naturally

How to Improve Digestion Naturally

हमारे शरीर में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं। पाचन के कमजोर होने की सबसे मुख्य वजह होती है पेट में अच्छे बैक्टीरिया की कमी होना। अच्छे बैक्टीरिया की कमी से पेट और आतों में भोजन को पचाने वाले पाचक रस की कमी आ जाती है, जिससे भोजन ठीक तरह से नहीं पचता और खाने के बाद पेट फूलना, भारीपन, खट्टी डकारें, अपचन, एसिडिटी और गैस जैसी समस्या होने लगती है।

दही एक प्रोबायोटिक फूड की श्रेणी में आता है। दही और जीरे का मिश्रण पेट में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाने और पाचन की स्थिति को सुधारने के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है। एक कटोरी दही में एक चम्मच मिश्री पाउडर, आधा चम्मच भुने हुए जीरे का पाउडर और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर रोजाना इसका दिन में खाना खाने के बाद सेवन करें। रोजाना इसके सेवन से पाचन के लिए जरुरी अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा शरीर में बढ़ती जाती है और पाचन शक्ति पहले से ज्यादा मजबूत होती जाती है। खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से पाचन प्रक्रिया तेज होती है और साथ ही यह हमारे मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने तथा पेट को ठंडक प्रदान करने के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। हर बार खाना खाने के बाद 1 से 2 चम्मच सौंफ चबा चबा कर खाएं। मिठास के लिए सौंफ के साथ मिश्री का सेवन भी किया जा सकता है। सौंफ खाने से मुंह में लार की मात्रा बढ़ती है जो कि भोजन को तेजी से पचाने में बहुत फायदेमंद होती है। जिन लोगों को खाने के बाद खट्टी डकारें, ब्लोटिंग या सीने में जलन होने जैसी समस्या रहती है। उन्हें खाने के बाद सौंफ जरूर खाना चाहिए।

कई लोगों के पेट में पैंक्रियाटिक जूसेस एसिड्स की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से खाना पेट में ठीक तरह से नहीं पचता। ऐसे में खाना खाने से पहले एक कप पानी में एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच निम्बू का रस मिलाकर पीएं। या फिर एक अदरक के टुकड़े को निम्बू के रस में भिगो कर चबा चबाकर खा लें। ऐसा करने से हमारा पेट भोजन को पचाने के लिए तैयार हो जाता है और इससे पाचक रस भी भरपूर मात्रा में बनते हैं।

रात के भोजन के 1 से 2 घंटे बाद हल्दी वाले दूध का सेवन करें। सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करने से पाचन अच्छा होता है। सुबह पेट भी खुल कर साफ होता है और साथ ही शरीर की बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी बढ़ती है। अब बात करते हैं पाचन किन-किन कारणों से कमजोर होता है? यह सबसे आम गलती है जिस पर आज 90% लोग ध्यान नहीं दे रहे।

किन-किन कारणों से पाचन कमजोर होता है?

How to Improve Digestion Naturally

How to Improve Digestion Naturally

क्या आप जानते हैं? किसी भी चीज को खाते समय वह 50% हमारे मुंह में ही पच जाती है और बचा हुआ 50% उसे हमारा पेट पचाता है। जल्दीबाजी में जब हम भोजन को ठीक तरह से नहीं चबाते तो बाद में हमारे पेट को इसे पचाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है और धीरे धीरे हमारा पाचन कमजोर होने लगता है। इसलिए हमेशा भोजन धीरे धीरे और अच्छी तरह चबा चबा कर खाएं।

अच्छे पाचन के लिए शरीर में पानी का भरपूर मात्रा में होना जरुरी है। जो लोग पानी कम पीते हैं उन्हें अक्सर कब्ज और अपचन की समस्या रहती है। इसलिए दिन भर के दौरान कम से कम 6 से 7 गिलास पानी जरूर पिएं।

जिन लोगों का रोजाना भोजन करने का समय निर्धारित नहीं होता, उनका पाचन हमेशा गड़बड़ाया हुआ ही रहता है। कभी जल्दी कभी देर से भोजन करने से हमारा डाइजेशन पूरी तरह डिस्टर्ब हो जाता है और पेट संबंधित समस्याएं लगातार बनी रहती है।

How to Improve Digestion Naturally

How to Improve Digestion Naturally

मैदे से बनी हुई चीजें हमारे पाचन की दुश्मन होती है। सफेद ब्रेड, पाव, बेकरी फूड और बिस्किट जैसी मैदे से बनी हुई चीजों का कम से कम सेवन करें क्योंकि इनमें ग्लूटेन की मात्रा अधिक होती है जो हमारे पाचन की गति को धीमा बनाती है।

इंस्टेंट कुकिंग के लिए आजकल ज्यादातर चीजें पैकेट में मिलने लगी है। हमारा पेट फ्रेश यानि की ताजी चीजों को ही सबसे बेहतर तरीके से बचा पाता है और ताजी बनी चीजें ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद भी होती है। ज्यादतर पैकेट में मिलने वाली चीजों को 1 से 2 साल तक खराब होने से बचाए रखने के लिए प्रिजर्वेटिव का इस्तमाल किया जाता है। साथ ही लंबे समय तक स्वाद भी बरकरार रहे, उसके लिए इनमें कई तरह के टेस्ट इनहेनसर केमिकल्स (Taste Enhancer Chemical) का भी इस्तमाल होता है। इसलिए पैकेट में मिलने वाली चीजों का ज्यादा सेवन करने से हमारी पाचन शक्ति धीमी और कमजोर होने लगती है।

इन सभी चीजों के अलावा खाने से जुड़े कुछ जरुरी नियम भी है, जिनका पालन नहीं करने से पाचन तो खराब होता ही है। साथ ही कई तरह की नई नई बीमारियां भी शरीर में पैदा होने लगती है।

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

]]>
https://healthdarbar.com/how-to-improve-digestion-naturally/feed/ 0 पाचन शक्ति बढ़ाये | गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग, अपचन से छुटकारा पाएं | How To Improve Digestion Naturally nonadult
How to Detox your Body in 10 Minutes | How to Take Out Toxins from Body https://healthdarbar.com/how-to-detox-your-body-in-10-minutes/ https://healthdarbar.com/how-to-detox-your-body-in-10-minutes/#respond Fri, 02 Jun 2023 17:02:51 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2304
Table Contents How to Detox your Body in 10 Minutes

How to Detox your Body in 10 Minutes

What is Detox?

डिटॉक्स, ये एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके ज़रिए हेल्थ से जुड़ी हर छोटी से लेकर बड़ी समस्या को ठीक किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग समय समय पर अपनी बॉडी डीटॉक्स करते रहते हैं वो लंबी उम्र तक निरोगी और सेहतमंद बने रहते हैं। क्या आप जानते हैं जितना भी बाहर का जंक फूड, शराब, चीनी या मैदे से बनी हुई चीज़ें, धूम्रपान और यहां तक कि घर में बनी ज़्यादा तेल वाली चीज़ों को जब हम खाते हैं तो इस तरह की खाए गई चीज़ों का बुरा असर हमारे शरीर पर महीनों तक बरकरार रहता है।

मोटापा त्वचा पर दाग धब्बे, बालों का पकना या सफेद होना, आंखों की कमजोरी, दिनभर थकान और आलस आना, दिमागी कमजोरी, शरीर के अलग अलग अंगों पर इन्फेक्शन, दिल, किडनी और लीवर से जुड़ी कई तरह की बीमारियां शरीर में विषैले पदार्थों की मात्रा बढ़ने की वजह से ही होती है। मिलावट के समय में अशुद्ध भोजन का मिलना असंभव सा हो गया है। फल और सब्जियों में कीटनाशक और पेस्टीसाइड्स के साथ साथ पैदावार को तेजी से बढ़ाने के लिए तरह तरह के केमिकल युक्त इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जाता है। इतनी सारी अशुद्धियां जब हमारे शरीर में इकट्ठी होती है तो इसका सबसे बुरा असर हमारी किडनी और लीवर पर ही होता है और साथ ही लाख कोशिश करने के बावजूद भी शरीर का बड़ा हुआ मोटापा कम होने का नाम ही नहीं लेता।

What is Detoxification

How to Detox your Body in 10 Minutes

How to Detox your Body in 10 Minutes

शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करवाकर बॉडी को न्यूट्रीशन देना और आराम पहुंचाना ही डिटॉक्सिफिकेशन कहलाता है। सरल भाषा में इसे शरीर का अंदरूनी शुद्धिकरण भी कहा जा सकता है। पेशाब और मल के ज़रिए जो भी वेस्ट हमारे शरीर से बाहर निकलता है, उसके अलावा भी कई विषैले पदार्थ हमारे शरीर में ही रह जाते हैं। डिटॉक्स करने से शरीर में जमे सभी विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जिससे किडनी, त्वचा, फेफड़े और आतें स्वस्थ रहती हैं। जिस दिन से आप डिटॉक्स को अपने रेगुलर लाइफ में ऐड करते हैं, उसी दिन से बॉडी पर इसका असर दिखना शुरू हो जाता है और धीरे धीरे इसके कई हेल्थ बेनिफिट हमें मिलने लगते हैं। आइए जानते हैं कौन कौन सी चीजें हमारी बॉडी को तेजी से डिटॉक्स करती हैं? और फिर जानेंगे इसके कुछ अदभुत फायदों के बारे में।

Super Food to start Detox

How to Detox your Body in 10 Minutes

How to Detox your Body in 10 Minutes.

एलोवेरा जूस – (How to Detox your Body in 10 Minutes)

एलोवेरा जूस में लैक्सेटिव और एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है। इसे पीने से शरीर में भोजन को पचाने वाले बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ती है, जिससे पाचन हमेशा अच्छा रहता है। फाइबर की अधिकता होने से ये शरीर में फैट जमा होने से भी रोकता है और साथ ही शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनाता है। अगर आप अपने पाचन को बेहतर बना कर हेल्दी स्किन चाहते हैं तो एलोवेरा जूस को अपनी रेगुलर डाइट में जरूर शामिल करें।

व्हीटग्रास जूस – (How to Detox your Body in 10 Minutes)

व्हीटग्रास यानि कि गेहूं के ज्वारे का रस पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें बीटा कैरोटीन, विटामिन बी, विटामिन सी 90 अलग अलग मिनरल्स और 18 एमिनो एसिड्स पाए जाते हैं। आयरन की मात्रा इसमें पालक से भी ज्यादा होती है और इसमें 70% क्लोरोफिल पाया जाता है। हफ्ते में तीन बार या एक दिन छोड़कर वीट ग्रा। जूस का सेवन करने से शरीर का खून तेजी से साफ होता है तथा लीवर में जमी गंदगी भी बाहर निकलने लगती है। लगातार इसके सेवन से शरीर का ब्लड फ्लो भी बेहतर होने लगता है तथा त्वचा पर मौजूद दाग धब्बे और कालापन दूर होता जाता है। अगर आपका वजन बढ़ा हुआ है तो व्हीटग्रास जूस का निम्बू के रस के साथ सेवन करें।

बीटरूट- (How to Detox your Body in 10 Minutes)

बीटरूट यानि चुकंदर भी बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन सी और फॉस्फोरस प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक बीटरूट लीवर की रक्षा करने और बाइल फ्लो को बनाए रखने में मदद करता है। नियमित रूप से दिन में एक या दो बार चुकंदर का रस पीने से हमारा लिवर स्वस्थ रहता है और शरीर में खून की वृद्धि भी होती है। खाने के साथ अगर सलाद में चुकंदर को शामिल किया जाए तो यह भोजन पचाने में मदद करता है और साथ ही चर्बी जमने से भी रोकता है।

कहवा ग्रीन टी – (How to Detox your Body in 10 Minutes)

कहवा ग्रीन टी एक साधारण ग्रीन टी से कई गुना ज्यादा फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें कई मसाले और ड्रायफ्रूट्स का मिश्रण होता है। वैसे तो इसे हर मौसम में पीया जा सकता है, लेकिन सर्दियों में इसे पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इसे पीने से दिनभर शरीर में अच्छी एनर्जी बनी रहती है और साथ ही हमारी बॉडी भी डिटॉक्स होती रहती है। चाहें तो आप इसे घर पर भी बना सकते हैं। ये मार्केट से बनी हुई भी ले सकते हैं। सबसे ज्यादा फायदेमंद कश्मीरी काउंटी मानी जाती है। ये पेट में जमी चर्बी को घटाने, पाचन को बेहतर बनाने, सर्दी, खांसी और बुखार को दूर रखने तथा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेहद फायदेमंद है।

एप्पल साइडर विनेगर- (How to Detox your Body in 10 Minutes)

एप्पल साइडर विनेगर यानि कि सेब का सिरका भी डीटॉक्स करने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अंदर एसिटिक एसिड पाया जाता है जो कि शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाता है और बुरे बैक्टीरिया को खत्म करता है। हफ्ते में तीन बार या एक दिन छोड़कर एप्पल साइडर विनेगर पानी के साथ मिलाकर पीने से हमारा डाइजेशन इम्प्रूव होता है। मेटाबोलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में जमी चर्बी भी कम होने लगती है। जिन लोगों को सबकुछ खाने पर भी शरीर में कमजोरी बनी रहती है, उन्हें अपनी डाइट में एप्पल साइडर विनेगर को जरूर शामिल करना चाहिए।

नारियल पानी- (How to Detox your Body in 10 Minutes)

नारियल पानी शरीर में जमा विषैले पदार्थो को सबसे जल्दी बाहर निकालता है। इसलिए आपने देखा होगा जब भी कोई व्यक्ति बीमार होता है या किसी हैल्थ इश्यू से रिकवर कर रहा होता है तो उसे हमेशा नारियल पानी पीने की सलाह जरुर दी जाती है। ताजे नारियल में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर के अंदरूनी सिस्टम को पूरी तरह क्लीन करते हैं और इसमें शरीर में जमे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने की गजब की क्षमता होती है।

Changes in Lifestyle

How to Detox your Body in 10 Minutes

How to Detox your Body in 10 Minutes

इन सभी के अलावा डिटॉक्स करते समय अपनी लाइफस्टाइल में भी कुछ चेंजेस करना बेहद जरुरी है। केवल तब ही इसका पूरा असर हमारी बॉडी पर नजर आ सकता है। सबसे पहले तो रोजाना एक्सरसाइज करना शुरू करें। सुबह या शाम के समय मात्र 30 से 45 मिनट की वॉक करने से भी शरीर में जमे टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और साथ ही डिटॉक्स प्रोसेस को और ज्यादा इफेक्टिव बनाता है। रेगुलर वर्कआउट हमारे स्वास्थ के साथ साथ हमारी त्वचा और हमारे ब्रेन के फंक्शन को भी इम्प्रूव करता है। पानी ज्यादा से ज्यादा पिए क्योंकि पानी की कमी शरीर में टॉक्सिन्स को बढाती है। बार बार पानी पीते रहने से बॉडी में जमे विषैले पदार्थ फ्लश होते रहते हैं। बाहर का जंक फूड कम से कम खाएं और अपनी डाइट में फ्रूट जूस और सलाद की मात्रा ज्यादा रखें।


तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

How to Detox your Body in 10 Minutes
]]>
https://healthdarbar.com/how-to-detox-your-body-in-10-minutes/feed/ 0 शरीर में जमे सभी विषैले पदार्थों को तेजी से बाहर निकालें | How to Detox Your Body in 10 Minutes nonadult
How to control Typhoid | 5 Most effective diet for thyroid https://healthdarbar.com/how-to-control-typhoid/ https://healthdarbar.com/how-to-control-typhoid/#respond Fri, 02 Jun 2023 16:57:19 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2295

Table of Contents

What is Typhoid ? How to control Typhoid

Most effective diet for thyroid

जब हमारे शरीर में थायरॉइड हॉर्मोन्स की कमी हो जाती है तब थायरॉइड की ग्रंथि की कार्य क्षमता थोड़ी कमजोर पड़ जाती है। तब यह स्थिति हाइपोथायरॉइडिज्म को जन्म देती है और इस स्थिति में हमारे शरीर का वजन और मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है। इसलिए ऐसी स्थिति में घरेलू नुस्खों के साथ डाइट पर भी ध्यान देना बहुत आवश्यक होता है क्योंकि बहुत से ऐसी चीजें होती है जिनको खाने से थायरॉइड की प्रोब्लम और ज्यादा बढ़ सकती है। इसलिए आज के इस विडियो के अंदर मैं आपको बताऊंगा। कौन सी ऐसी चीजें हैं जिनका सेवन करने से आपका वजन भी घटेगा और आप समय के साथ साथ थायरॉइड की प्रॉब्लम को पूरी तरह खत्म भी कर पाएंगे।

How to eat in Typhoid ? How to control Typhoid

5 Most effective diet for thyroid


तो दोस्तों सबसे पहले बात करते हैं उन चीजों की जिन्हें आप थाइरॉइड में खा सकते हैं और साथ ही इनकी मदद से आपका थायरॉइड लेवल बहुत तेजी से इम्प्रूव होगा। अच्छे परिणाम पाने के लिए थायरॉइड में लिए जाने वाले भोजन में 30%, सलाद 30% उबला हुआ खाना और 40% मुख्य भोजन। इस अनुपात में अगर खाना खाया जाए तो थायराइड को आसानी से कंट्रोल में रखा जा सकता है। सलाद के लिए प्याज, खीरा, गाजर और स्प्राउट का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। प्याज हमारे खून को साफ करता है। साथ ही गाजर में जिंक और विटामिन ए पाया जाता है जो कि थायरोइड के लिए बहुत अच्छा होता है। इसलिए गाजर का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा स्प्राउट यानि के अंकुरित आहार के लिए आप चने और दालों का इस्तमाल कर सकते हैं। सलाद में अंकुरित आहार खाने से यह हमें ताकत प्रदान करता है जिससे दिनभर में हमें कम थकान महसूस होती है। लेकिन स्प्राउट्स को कच्चा न खाएं। खाने से पहले उन्हें गरम पानी में पाँच मिनट के लिए बॉइल कर लें। इसके अलावा आप आलू का इस्तमाल कर सकते हैं। आलू को अगर उबाल लिया जाए तो यह मोटापा नहीं करता है और इसमें पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है जिससे हमारे शरीर का मेटाबॉलिजम अच्छा होता है। इसके अलावा शकरकंद यानि कि स्वीट पोटैटो और ग्वार फली को भी उबालकर खाया जा सकता है।


Diet plan in Typhoid – How to control Typhoid

5 Most effective diet for thyroid

दिन के मुख्य भोजन में ज्यादा से ज्यादा फलीदार सब्जियों का इस्तमाल करें। पहली वाली सब्जियों में जिंक और आयरन की मात्रा ज्यादा होती है और इसमें प्रोटीन के साथ साथ सेलेनियम भी अधिक होता है जो कि थायराइड के लिए एक बहुत ही जरुरी पोषक तत्व है। इसके अलावा मेन मील में ब्राउन राइस और दालों का भी इस्तमाल कर सकते हैं। इससे भी हमारे शरीर को अधिक मात्रा में प्रोटीन मिलता है और हमारी चर्बी भी नहीं बढ़ती है जिससे हमारा शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा थायराइड में विटामिन बी का भी इनटेक होना बहुत जरुरी होता है, जिसके लिए दही और दूध का इस्तमाल अधिक किया जाना चाहिए। एक कप या एक कटोरी दही में एक माइक्रोग्राम आयोडीन होता है जो कि थायरॉइड की बीमारी में रोजाना आयोडीन की जरुरत को काफी अच्छे से पूरा कर सकता है। साथ ही दूध और दही दोनों में ही सेलेनियम, प्रोटीन और विटामिन बी पाया जाता है जो हमारे शरीर में थायरोक्सिन हॉर्मोन्स की वृद्धि करता है। इसलिए रोजाना दिन में 1 से 2 कप दही का सेवन जरुर करें।


अगर आप नॉनवेज खा सकते हैं तो थायरॉइड में Fish यानि की मछली का सेवन सबसे ज्यादा असरदार होता है और डॉक्टर भी इसकी सलाह देते हैं क्योंकि फिश में ओमेगा थ्री फैटी एसिड और सेलेनियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कि थायरॉइड के लिए सबसे जरुरी पोषक तत्व होता है। इसके अलावा अंडे का भी सेवन किया जा सकता है। अंडे में विटामिन बी और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जो कि हमारे शरीर में हॉर्मोन्स के बैलेंस को बनाये रखने में मदद करती है। इसलिए डिनर या लंच में फिश और अंडा जरुर खाना चाहिए।


इसके अलावा थायराइड में ड्रायफ्रूट का सेवन भी अधिक करना चाहिए। ड्रायफ्रूट में वॉलनट यानि के अखरोट का इस्तमाल सबसे अच्छा होता है। अखरोट हमारे दिमाग की सेहत को अच्छा बनाए रखता है जिसकी वजह से टेंशन और स्ट्रेस का लेवल भी कम होता है और इस कारण हमारे थायरॉयड की ग्रंथि अच्छी तरह काम कर पाती है। हाइपोथायरॉइडिज्म में फलों का सेवन भी अधिक करना चाहिए। सेव पाइनेपल, अनार और खरबूज का रोजाना सेवन करना बहुत फायदेमंद सिद्ध होता है। खरबूज के अंदर अधिक मात्रा में पोटेशियम होता है जो कि हमारे मेटाबोलिज्म में तेजी से इम्प्रूवमेंट लाता है। इसके अलावा अनार के अंदर विटामिन ए, बी और सी पाया जाता है। साथ ही इसके एंटी ऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज थायरॉइड में बहुत ज्यादा लाभकारी होती है। इसलिए रोजाना सुबह या शाम अनार और खरबूज का सेवन जरुर करें। इसके अलावा जूस पीना भी थायरॉइड में बहुत फायदेमंद होता है और एक अंगूर, पाइनएप्पल और गाजर का जूस जिन लोगो को भी थायरॉइड है उन्हें दिन में कम से कम दो बार जरुर लेना चाहिए। इससे हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है और साथ ही हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी दूर करता है।

Body Detox in Typhoid – How to control Typhoid

5 Most effective diet for thyroid


हाइपो थायरॉयड होने पर हमारे शरीर का वजन बढ़ने लगता है, इसलिए हमें हमारी बॉडी को डीटॉक्स करते रहना बहुत जरुरी है। इसके लिए अदरक, व्हीट, ग्रास जूस और ग्रीन टी। यह तीनों ही बहुत ज्यादा इफेक्टिव होते हैं। अदरक के अंदर मैग्नीशियम, जिंक और पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिससे हमारा थायरॉइड लेवल कंट्रोल में रहता है और साथ ही अगर गले में किसी तरह की सूजन हो गई हो तो उसके लिए भी अदरक बहुत लाभकारी होता है। इसलिए रोजाना अदरक को उबालकर उसका पानी पीना चाहिए और साथ ही खाने में भी अदरक का इस्तमाल जरुर करना चाहिए। इसके अलावा व्हीटग्रास ज्यूस हमारे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालकर बॉडी में Himoglobin की मात्रा को बढ़ाता है जो कि हमारे वजन को बढ़ने से रोकता है। ग्रीन टी में पायी जाने वाली एंटी ऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज हमें दिनभर एनर्जी प्रदान करने के साथ साथ हमारे शरीर में जमी हुई चर्बी को भी खत्म करती है। इसलिए रोजाना चाय या कॉफी की जगह 2 से 3 कप ग्रीन टी पियें और हफ्ते में कम से कम तीन बार खाली पेट व्हीटग्रास जूस का सेवन करें।

legumes in Typhoid – How to control Typhoid

5 Most effective diet for thyroid


इन सारी चीजों के साथ थायरोइड में हमारे शरीर को साबुत अनाज की भी जरुरत होती है। साबुत अनाज के लिए ओट्स का इस्तमाल सबसे बेहतर होता है। ओट मील के अंदर फाइबर, विटामिन्स और सेलेनियम पाया जाता है। इसके इस्तमाल से शरीर में चर्बी जमा नहीं होती है और साथ ही हमारा थायरॉयड लेवल भी कंट्रोल रहता है। थाइरोइड में नारियल के तेल का सेवन भी बहुत लाभकारी होता है। नारियल का तेल मोटापा नहीं करता और इससे हमारा मेटाबोलिज्म भी इम्प्रूव होता है। इसलिए डॉक्टर भी नारियल के तेल का सेवन करने की सलाह देते हैं। नारियल के तेल का इस्तमाल खाना पकाने में या खाने के साथ मिलाकर भी किया जा सकता है।

Exercise in Typhoid – How to control Typhoid

5 Most effective diet for thyroid


तो दोस्तों इस तरह से इन सारी चीजों को मिलाकर सुबह से लेकर शाम तक के लिए आप एक इफेक्टिव डाइट प्लान बना सकते हैं जो कि थायरॉइड लेवल को इम्प्रूव करने के साथ साथ वजन घटाने में भी आपकी मदद करेगा। इसके अलावा दिनभर में ज्यादा से ज्यादा पानी पियें क्योंकि पानी पीते रहने से शरीर में जमा टॉक्सिंस बाहर निकलते रहते हैं और भूख कम लगने के साथ साथ वज़न कम करने में भी यह हमें फायदा पहुंचाता है। इसके साथ ही कोशिश करें कि रोजाना एक समय एक्सरसाइज के लिए अलग से जरुर निकालें। ऐसा करने से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और मेटाबोलिज्म भी स्ट्रोंग होता है जिससे दिनभर में खाई गई दवाइयां और पोषक तत्व हमारे शरीर में पूरी तरह अवशोषित हो पाते हैं। एक्सरसाइज करने से किसी भी बीमारी को ठीक करने में कम समय लगता है, इसलिए रोजाना सुबह एक्सरसाइज जरुर करें। जिन लोगों को भी थायरॉयड होता है उन्हें दिमागी रूप से भी स्वस्थ रहने की बहुत जरुरत होती है। इसलिए ऐसी स्थितियों से दूर रहें जिनसे आपके दिमाग पर स्ट्रेस आता हो क्योंकि टेंशन और स्ट्रेस लेने से थाइरोइड की प्रॉब्लम और अधिक बढ़ जाती है और सारी ली गयी दवाई और नुस्खे बे असर हो सकते हैं। इसलिए कम से कम स्ट्रेस लेकर ज्यादा से ज्यादा खुश रहने की कोशिश करें।


अगर आपको आज का यह वीडियो पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर जरुर करें और किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट के जरिए जरुर बताएं। आगे भी इसी तरह की और वीडियोस के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूलें। तो मिलते हैं अगले विडियो के साथ।

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

]]>
https://healthdarbar.com/how-to-control-typhoid/feed/ 0 थायराइड तेजी से कंट्रोल करने के लिए क्या खाए | Thyroid Diet Chart | Most Effective Diet for Thyroid nonadult
Home remedies for Insomnia | नींद न आने के कारण व उपाय https://healthdarbar.com/home-remedies-for-insomnia/ https://healthdarbar.com/home-remedies-for-insomnia/#respond Fri, 02 Jun 2023 14:18:36 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2277

Table Contents of Home remedies for Insomnia

नींद न आने के कारण व उपाय


Insomnia क्या है ? – Home remedies for Insomnia

नींद न आने के कारण व उपाय

कुछ लोगों को बस या ट्रेन में यात्रा करते हुए या ऑफिस की कुर्सी पर बैठे बैठे नींद आ जाती है। लेकिन कुछ लोगों को रात को सोते समय भी नींद नहीं आती। अनिद्रा या इन्सोम्निया एक ऐसी समस्या है जिसने आज दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रखा है। इससे पीड़ित व्यक्तियों के लिए नींद आना या सोते रहना मुश्किल होता है। इस समस्या में रात को नींद बहुत देर से लगती है। लग जाने के बाद भी बार बार खुलती रहती है या बीच रात में नींद पूरी तरह खुल जाती है और दुबारा वापस नहीं आती। अनिद्रा के सामान्य से लेकर कुछ बहुत भयंकर प्रभाव भी हो सकते हैं। अधिकांश मामलों में अनिद्रा के कारण तनाव यानी स्ट्रेस चिंता यानी एंग्जाइटी और डिप्रेशन समय के साथ साथ होने लगता है और एक समय पर आकर स्वभाव में चिड़चिड़ापन और बेचैनी आ जाती है।


Insomnia का कारण – Home remedies for Insomnia

नींद न आने के कारण व उपाय

रात को भोजन करने के बाद जल्दी सो जाना या रात में हैवी भोजन कर लेना। सोने का समय फिक्स ना होना और दिन में सोना। सोने से पहले कंप्यूटर टीवी, वीडियो गेम्स, स्मार्टफोन या अन्य स्क्रीन का आंखों से संपर्क होना। सोने से पहले आफिस स्कूल, स्वास्थ्य, आर्थिक या परिवार से जुड़ी हुई समस्याओं के बारे में सोचना। ये कुछ आम कारण हैं जिनकी वजह से हमारा दिमाग रात को सोने के लिए सही तरह से तैयार नहीं हो पाता और नींद लगने में काफी ज्यादा समय भी लगता है।


Insomnia का उपचार – Home remedies for Insomnia

नींद न आने के कारण व उपाय

रात को नींद ना आने की समस्या चाहे कितनी भी गंभीर और पुरानी क्यों न हो, कुछ आसान घरेलू नुस्खों के जरिए अनिद्रा या इनसोमनिया से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। जो लोग सोने के लिए नींद की गोलियों का सहारा लेते हैं, उन्हें उस समय तो नींद आ जाती है। लेकिन इन दवाईयों का दिमाग और किडनियों पर बहुत बुरा असर पड़ता है और साथ ही थोड़े समय बाद हमारा दिमाग इन दवाइयों के खिलाफ उलटा रिएक्शन डिवेलप कर लेता है जिससे की आगे चलकर नींद लाने के लिए दवाइयों का असर होना भी बंद हो जाता है। इसलिए कभी भी ऐसी समस्या में दवाईयों पर निर्भर नहीं होना चाहिए और हमेशा नैचुरल तरीकों से ही इनका इलाज करना चाहिए। क्योंकि इन तरीकों से ही किसी भी बीमारी की सीधे जड़ पर असर होता है और वो हमेशा के लिए ठीक हो जाती है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ आसान घरेलू नुस्खों के बारे में।


त्रिफला

नींद न आने के कारण व उपाय

अगर आप रात को देर से भोजन करते हैं तो ऐसे में सोते समय पाचन क्रिया ज्यादा देर तक सक्रीय रहती है जिसकी वजह से खाना भी ठीक से नहीं पचता और दिमाग पूरी तरह शांत नहीं हो पाता। ऐसा होने पर रात को सोने से पहले 5 से 10 ग्राम त्रिफला के चूर्ण को आधे गिलास हल्के गरम पानी में मिलाकर पीएं। इससे खाना भी जल्दी पच जाता है और रात को नींद भी अच्छी आती है।


केले

नींद न आने के कारण व उपाय

अनिद्रा का उपचार करने में केले विशेष रूप से लाभदायक है। केले नींद को बढ़ाते हैं क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से मांसपेशियों को रिलैक्स करने वाले मैग्नीशियम और पोटैशियम मौजूद होते हैं। रात को सोने से एक घंटे पहले 2 से 3 केले खाने से भूख शांत होती है। अच्छी नींद भी आती है और देर रात उठकर कुछ खाने की आदत से भी राहत मिलती है।


सौंफ

नींद न आने के कारण व उपाय

सौंफ खासकर गर्मियों में हमें गहरी नींद प्रदान करने में बहुत फायदेमंद होती है। 10 ग्राम सौंफ को लगभग 50 ग्राम पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि पानी घटकर आधा ना रह जाए। आधा हो जाने के बाद इसे लगभग 200 एमएल हल्के गर्म दूध के साथ मिलाकर सेवन करें। इसे पीने के बाद आप देखेंगे कि आपको नींद भी जल्दी आ जाएगी और एक बार सो जाने के बाद रात में नींद खुलेगी भी नहीं।


भांग

नींद न आने के कारण व उपाय

भांग वैसे तो शिव भगवान का प्रसाद है। हमारे देश में इसका सेवन त्योहारों पर आनंद उठाने के लिए भी किया जाता है। लेकिन भांग एक ऐसी आयुर्वेदिक हर्ब है जिसके अलग अलग तरह के इस्तेमाल से कई बीमारियों का इलाज भी होता है। रात में नींद नहीं आने की प्रॉब्लम में भी भांग से एक असरदार औषधि बनाई जा सकती है। लगभग 150 ग्राम गुलाब के फूल की पंखुड़ियों में 50 ग्राम भांग और 300 ग्राम मिश्री मिलाकर अच्छी तरह पीस लें और इस तैयार चूर्ण को फ्रिज में स्टोर कर लें। रोजाना इसमें से 20 ग्राम चूर्ण को एक गिलास दूध के साथ मिलाकर इसका सेवन करें। आप देखेंगे कि सोते समय आपका दिमाग शांत होने लगेगा और नींद भी गहरी आएगी।


गाजर का रस

नींद न आने के कारण व उपाय

गाजर के अंदर एल्फा कैरोटीन नामक तत्व होता है, जिसका सेवन करने से ये हमारे दिमाग को रिलैक्स करता है। रोजाना शाम के समय 250 एमएल यानि की लगभग एक गिलास गाजर का जूस पीने से रात में नींद नहीं आने की समस्या में फायदा मिलता है।


शंखपुष्पी और अश्वगंधा

नींद न आने के कारण व उपाय

शंखपुष्पी और अश्वगंधा ये दोनों ही ऐसी जड़ी बूटियां हैं जो की खासकर दिमागी रोगों में बहुत लाभकारी हैं। आयुर्वेद में इनका इस्तेमाल शारीरिक और मानसिक रोगों को ठीक करने के लिए पुराने समय से किया जाता आ रहा है। ये इतनी फायदेमंद हैं कि इनके लगातार तीन दिन के सेवन से ही बीमारी में 50% से भी ज्यादा सुधार आ जाता है। अश्वगंधा और शंखपुष्पी के चूर्ण को बराबर मात्रा में मिला लें। उसके बाद लगभग पाँच ग्राम के इस मिश्रण को घी और मिश्री के साथ मिलाकर इसका सेवन करें और ऊपर से दूध या पानी पी लें। इससे रात को गहरी नींद आती है और अनिद्रा की समस्या समाप्त हो जाती है।


अन्य जरूरी टिप्स – Home remedies for Insomnia

नींद न आने के कारण व उपाय

दोपहर और शाम को कैफीन का सेवन सीमित करें। याद रखें कि चौकलेट खाने और ड्रिंक पीने से भी शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ती है। कमरे को व्यवस्थित रखें। सुनिश्चित करें कि आपके पास आपकी ज़रूरतों के मुताबिक सही बिस्तर और गद्दे हों। घटिया गद्दे, मांसपेशियों की समस्याओं और नींद में भी बाधा उत्पन्न कर सकते हैं। नियमित रूप से सोने और जागने का एक पैटर्न बना लें। इसके परिणामस्वरूप आपका शरीर आतंरिक रूप से भी उस पैटर्न के अनुसार अपने आपको ढाल लेगा और आपको निर्धारित समय पर सोने और जागने के संकेत देगा। दिन में चाहे कितनी भी नींद आए, लेकिन झपकी ना लें। दोपहर में ली जाने वाली झपकी से रात में नींद आना मुश्किल हो सकता है। दिन में थोड़ा व्यायाम करने की आदत डालें। शाम को हल्का भोजन खाएं क्योंकि शाम को अत्यधिक भोजन करने या बिस्तर पर जाने से ठीक पहले खाना खाने से आपकी नींद में बाधा आ सकती है। सोने से पहले अपने मन को परेशान करने वाले विचारों से मुक्त kernai की कोशिश करें और अपने आप को आरामदायक तथा दिमाग को शांत करने वाली गतिविधियों में इन्वॉल्व करें। जैसे कि पढ़ना क्या मन को शांत करने वाला म्यूजिक सुनना इन सभी जरुरी बातों का ध्यान रखने के साथ साथ अगर आप रोजाना बताये गये आसान घरेलू नुस्खों का सेवन करते हैं तो देखते ही देखते अनिद्रा या रात में नींद नहीं आने की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी।


अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें और आपका किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हमें कमेंट के जरिए जरुर बताएं। इसी तरह के स्वास्थ से जुड़े और भी वीडियोस के लिए हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब करना ना भूलें। तो मिलते हैं अगली विडियो के साथ।

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

नींद न आने के कारण व उपाय
]]>
https://healthdarbar.com/home-remedies-for-insomnia/feed/ 0 अनिंद्रा दूर करने के असरदार उपाय | Sleep Disorder का सबसे तेज़ इलाज | Home remedies for insomnia nonadult
Health Benefits Of Eating Chana | कौन सा चना आपके शरीर के लिए बेहतर – कच्चा,अंकुरित, उबला हुआ | How to eat Chana https://healthdarbar.com/health-benefits-of-eating-chana/ https://healthdarbar.com/health-benefits-of-eating-chana/#respond Fri, 02 Jun 2023 01:11:08 +0000 https://healthdarbar.com/?p=2176

Table Contents of Health Benefits Of Eating Chana

Health Benefits Of Eating Chana, How to eat Chana

How to eat Chana/Health Benefits Of Eating Chana

दोस्तो, हमारी बॉडी की पोषण की कमी को पूरा करने के लिए चना एक बहुत ही लाजवाब ऑप्शन है। लेकिन आपके लिए ये जानना भी बेहद जरूरी है कि चने खाने का सही तरीका क्या है। तभी आप चने से मिलने वाले सभी फायदा उठा पाएंगे। अंकुरित चने ,उबले हुए चने या फिर कच्चे चने आपके शरीर के लिए कौन से चने हैं। बेहतर वज़न कम करना है या वज़न बढ़ाना है तो कैसे और किस तरह खाएं चने।


तो सबसे पहले देखते हैं कि चने खाने से हमारी बॉडी को क्या-क्या फायदे मिलते हैं। चने खाने के अनगिनत फायदे हैं। जिन लोगों को इनडाइजेशन की प्रॉब्लम है, उनके लिए चना काफी यूजफुल है। चने में फाइबर बहुत ज्यादा होता है और इसीलिए चना, डायरिया, सख्त मल और गैस जैसी डाइजेशन रिलेटेड  प्रॉब्लम से छुटकारा दिलाता है। इसके अलावा जो लोग मोटापे से परेशान हैं, उन्हें भी अपनी डाइट में चना ऐड  करना चाहिए। मोटापे की सबसे बड़ी वजह होती है एक्सेसिव हंगर लोग मोटापा कम करना चाहते हैं, लेकिन वो अपनी भूख कंट्रोल नहीं कर पाते। लेकिन अगर चने की बात करें तो इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसकी वजह से आप अपनी भूख को कंट्रोल कर पाते हैं और फिर आप वजन कम करने के लिए आराम से डाइटिंग कर सकते हैं। जिन लोगों को हमेशा यंग दिखना है उन्हें अपनी डाइट लिस्ट में चना जरूर शामिल करना चाहिए। चने में कई सारे विटामिन्स होते हैं जो कोलेजन को बढ़ाकर आपकी स्किन को हेल्दी बनाता है और सबसे बड़ी बात ये है। कि चना सूरज की हार्मफुल किरणों से भी आपकी स्किन को प्रोटेक्ट करता है। दोस्तो अब बात करते हैं चना खाने का सही तरीका कौन सा है। वैसे तो चना खाने के कई सारे तरीके हैं, लेकिन अगर आपने जल्दबाजी में सिर्फ चने के फायदे देखे खाना शुरू कर दिया तो आपको काफी सारी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। इसी लिए हर एक तरीके को ध्यान से देखिए और समझिए।

चने को पानी में भीगा  के खाना – How to eat Chana

How to eat Chana, Health Benefits Of Eating Chana

How to eat Chana/Health Benefits Of Eating Chana

कई लोगों को ये लगता है कि भीगे चने खाना एक बेस्ट ऑप्शन है और वो लोग ऐसा इसलिए सोचते हैं कि उन्होंने अपने आस-पास किसी को भीगे चने खाते देखा होगा। भीगे चने खाने में कोई प्रॉब्लम नहीं है। पानी में भीगे चने में कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन जैसे न्यूट्रीशन की मात्रा काफी ज्यादा होती है और फैट काफी कम होता है और इसके अलावा, इसमें आपको मिलते हैं। फाइबर और कुछ माईक्रो न्यूट्रिशन जैसे की कॉपर , विटामिन्स  B12, फोलिक एसिड और आयरन। अब आप ये सोच रहे होंगे कि भीगे हुए चने से तो काफी सारे पोषक तत्व मिल रहे हैं। लेकिन आपको ये बात ध्यान में रखनी पड़ेगी कि कच्चे चने में भले ही फाइबर बहुत ज्यादा मिलता है, लेकिन आपकी बॉडी के लिए उसी डाइजेस्ट करना काफी मुश्किल होता है। तो अगर आप कच्चे चने खाते हैं तो दो बातें ध्यान में रखें। पहली कच्चे चने बहुत कम मात्रा में खाएं और खाते वक्त ठीक से चबाएं। अगर आप कच्चे चने ठीक से चबाएंगे । तो हमारी बॉडी ऑटोमेटिकली उसमें सलाइवा मिक्स कर देती है, जिससे हमारा डाइजेशन सिस्टम उसे आसानी से पचा लेता है।

अंकुरित चना :- How to eat Chana

How to eat Chana/Health Benefits Of Eating Chana

अंकुरित चने के बारे में काफी लोगों को पता तो है, लेकिन इसका सही प्रॉसेस क्या है ये कोई नहीं जानता। कई लोग चने को पानी में भिगो तो देते हैं और फिर थोड़ा बहुत अंकुरण होने के बाद खा लेते हैं और दूसरी बात ये है कि अगर आप सही से चने को अंकुरित नहीं करेंगे तो आपकी बॉडी को वो सारे न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पाएंगे जो अंकुरित चने में होते हैं। सही से अंकुरण लाने के लिए पहले चने को धोके 8 से 10 घंटे तक पानी में रखें। फिर जब चने पानी सोख के साइज में थोड़े बड़े हो जाएं, तब उसे पानी से बाहर निकाल के एक छलनी में रख दे। एक साफ कपड़ा लेके ऊपर से ढक दें। फिर भीगे चने को इसी हालत में 12 से 14 घंटे के लिए छोड़ दें। फिर जब आप उस कपड़े को हटाएंगे तो आपको मिलेगा अनएक्सपेक्टेड रिजल्ट दोस्तों आप में से कई लोगों के दिमाग में ये सवाल आ रहा होगा कि हमें कौन से चने खाने चाहिए। अंकुरित चने या फिर कच्चे चने कच्चे चने के मुकाबले अंकुरित चने के फायदे बहुत ज्यादा होते हैं। अंकुरित चने में कई सारे पोषक तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। जैसे के एंजाइम, प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल  और फाइबर पर  अंकुरित चने के ये न्यूट्रिशन सुनके जल्दबाजी में कोई डिसीजन मत लेना आप यकीन नहीं करेंगे। बट अंकुरित चने की एक दाहक साइड भी है। चने को ठीक से अंकुरित करने के लिए हमें इसे लंबे समय तक पानी में रखना पड़ता है और इतने लंबे वक्त तक चने पानी में रखने की वजह से इसमें कुछ बैक्टीरिया ग्रो हो जाते हैं तो अंकुरित चने, बच्चे, बूढ़े और गर्भवती महिलाओं को कभी नहीं देना चाहिए क्योंकि इन लोगों की इम्यूनिटी पावर काफी कमजोर होती है।


पके हुए चने :- How to eat Chana

How to eat Chana,Health Benefits Of Eating Chana

How to eat Chana/Health Benefits Of Eating Chana

दोस्तो अब बात करते हैं चने खाने का सही समय क्या है? अगर पके हुए चने की बात करें तो हमारी बॉडी में आराम से वो डाइजेस्ट हो जाएंगे। इसीलिए पके हुए चने आप कभी भी खा सकते हैं, लेकिन अगर आप पके हुए चने सुबह नाश्ते में खाएंगे तो आपकी बॉडी को इससे काफी एनर्जी मिलेगी, लेकिन पानी में भीगे चने बॉडी आराम से नहीं पचा पाती। इसीलिए से सुबह खाली पेट खाना चाहिए। सुबह हमारी बॉडी काफी फ्रेश फील करती है। इसीलिए उस वक्त हमारा पाचन तंत्र चने को ज्यादा आसानी से पचा सकता है तो सुबह आप एक मुट्ठी या फिर 50 ग्राम जितने भीगे चने खा सकते हैं।

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो जाहिर सी बात है कि आपको एक स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करनी पड़ती होगी और शायद आपको शाम के वक्त बहुत तेज भूख लगती होगी। अगर ऐसा है तो आप शाम को भुने हुए चने स्नैक्स की तरह भी खा सकते हैं, लेकिन साथ ही इस बात का खयाल भी रखें कि भुने हुए चने को छिलके के साथ खाना चाहिए। क्योंकि चने के छिलके में ही सबसे ज्यादा फाइबर होता है।


अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो आपको उबले हुए चने ही खाने चाहिए। इसके लिए 50 ग्राम जितने चने रात को पानी में भिगो दें और सुबह उसे उबाल के नाश्ते में खा लें। इसके अलावा दोपहर को अब भुने हुए चने गुड़ के साथ खा सकते हैं और इसी तरह भुने हुए चने और गुड़ शाम के नाश्ते में भी इस्तमाल कर सकते हैं।

दोस्तो, चना की बॉडी को काफी हेल्दी बनाता है। पर ऐसा तब होगा जब आप सारी बातें ठीक से समझ के उसे फॉलो करेंगे। अगर आप पहले कभी चने खाते थे या फिर अभी भी खा रहे हैं तो अपना एक्सपीरियंस नीचे कमेंट में जरूर शेयर करें।

तो दोस्तों ये थी हमारी एक इंट्रेस्टिंग वीडियो आशा करता हूं आपको यह वीडियो जरूर पसंद आई होगी इसीलिए प्लीज इसे लाइक करें, हमारे चैनल Fitness Secret को सब्सक्राइब जरूर करें और Visit on Health Darbar

3 Health Benefits Of Eating Chana
]]>
https://healthdarbar.com/health-benefits-of-eating-chana/feed/ 0 Health Benefits Of Eating Chana | कौन सा चना आपके शरीर के लिए बेहतर - कच्चा,अंकुरित, उबला हुआ nonadult